नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र मार्च के पहले सप्ताह तक बढ़ाया गया है। वित्त मंत्री का कहना है कि बजट बनाने की प्रक्रिया में देरी के चलते ऐसा हुआ है।
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र आज उपराज्यपाल के अभिभाषण के साथ प्रारंभ हुआ। बजट सत्र के पहले दिन सरकार की ओर से इसे बढ़ाए जाने का प्रस्ताव रखा गया। विपक्षी भाजपा ने सत्र को विस्तार दिए जाने पर आपत्ति जताई। वित्त मंत्री ने बजट में हुई देरी की जिम्मेदारी उठाई और कहा कि वे इसके लिए किसी को दोष नहीं दे रहे हैं।
वित्त मंत्री आतिशी ने पत्रकारों के साथ बातचीत में बताया कि दिल्ली सरकार की बजट बनाने की प्रक्रिया किन्हीं कारणों की वजह से विलंबित हुई है। तीन दिन पहले मंत्रिपरिषद के सामने इसे रखा गया था। दो दिन पहले उपराज्यपाल को इसे भेजा गया था। कल रात को उन्होंने इसे मंजूरी दी है। आज बजट को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए गृह मंत्रालय भेजा जाएगा। गृह मंत्रालय को कम से कम 10 दिन का समय चाहिए होगा। इसके चलते 25 फरवरी से पहले विधान सभा के पटल पर बजट को रखना मुश्किल होगा। इन्हीं कारणों से विधान सभा को मार्च के पहले सप्ताह बढ़ाए जाने का प्रस्ताव आज पारित किया गया है।
दिल्ली की सातवीं विधान सभा के पांचवें सत्र में अपने अभिभाषण में उपराज्यपाल ने सदस्यों से आग्रह किया कि वह दिल्ली के समग्र विकास के लिए प्रयासरत रहें। इसके साथ ही उन्होंने सत्र के दौरान सभी विषयों पर सार्थक चर्चा की आशा व्यक्त की।