कानपुर। काकादेव थाना क्षेत्र के एक निजी गर्ल्स हास्टल में केयरटेकर की नौकरी करने वाली महिला का निर्वस्त्र शव मिला है। आशंका है कि बालात्कार करने के बाद उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार करके पूछताछ कर रही है और तहरीर के आधार पर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
छपेडा पुलिया के पास महेंद्र गुप्ता का विजई लक्ष्मी नाम से गर्ल्स हॉस्टल है। तीन मंजिला गर्ल्स हॉस्टल में मौजूदा समय में करीब 28 लड़कियां रहकर पढ़ाई कर रही हैं। हॉस्टल की देखरेख के लिए मंजू द्विवेदी(35)नाम की महिला को रखा था। मंजू चौथे फ्लोर के टीन सेट में बने कमरे में दो बच्चों 16 साल की बेटी शालिनी और 12 साल का बेटा सौरभ के साथ रहती थी।
मंजू की बेटी शालिनी ने बताया कि 13 नवंबर की शाम को मम्मी के दोस्त चिंटू तिवारी आए थे। इसी दौरान मां के नजदीकी व टिफिन सप्लाई का काम करने वाले कल्याणपुर के मस्वानपुर निवासी अर्जुन यादव उर्फ कुलदीप अपने दो साथी रोहित यादव और रिंकू यादव के साथ पहुंचा।
बेटी ने बताया चिंटू अंकल घर चले गए थे। इसके बाद रोहित और रिंकू के साथ दूध लेने के लिए अर्जुन ने हमें भेज दिया था। करीब आधे घंटे बाद लौटकर आई तो हॉस्टल का गेट भीतर से बंद था। आवाज लगाने और शोर मचाने पर अर्जुन ने कहा कि थोड़ी देर रुको अभी आ रहे हैं। करीब 30 मिनट बाद भी नीचे नहीं आने पर हॉस्टल में मौजूद लड़कियों को सूचना दी तो उन लोगों ने मंजू को कॉल किया, लेकिन फोन अर्जुन उर्फ कुलदीप यादव ने रिसीव किया और कहा कि थोड़ी देर में आ रहे हैं। हंगामा शुरू होने पर कुलदीप बदहवास हालत में बाहर निकाला और खून से उसकी शर्ट सनी हुई थी, वह दरवाजे से निकलते ही वहां से भाग निकला और उसके साथी भी लापता हो गए।
एडीसीपी अंकिता सिंह ने मंगलवार को बताया कि हैलट अस्पताल से काकादेव थाना को सूचना मिली थी कि एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। मौत के कारणों को जानने का प्रयास किया और साक्ष्य एकत्र किये गये। प्रथम दृष्टतया महिला का शव हास्टल में निर्वस्त्र हालत में मिला था। इसलिए बलात्कार की अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है। तहरीर के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर बलात्कार की पुष्टि हो पाएगी।