जयपुर। राजस्थान पुलिस ने सोमवार को राज्य के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के भतीजे हर्ष और उसके नौ साथियों के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने कहा कि हर्ष और उसके दोस्तों के खिलाफ जयपुर में एक निजी क्लब में तोड़फोड़ करने, सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने और विद्यालापुरी इलाके में एक आवासीय कॉलोनी में खड़ी कारों की खिड़कियां तोड़ने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस ने कहा कि पहली एफआईआर क्लब स्टाफ की शिकायत और क्लब मैनेजर द्वारा शेेयर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दर्ज की गई है। घटना रविवार आधी रात के बाद की बताई गई। पीड़ितों की मेडिकल जांच कराई गई है। मामले की जांच एसीपी अशोक नगर बलराम चौधरी को सौंपी गई है। क्लब के बाउंसर संदीप मौर्य ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि रविवार रात हर्ष समेत करीब 10-15 लोगों ने क्लब में आकर सिक्योरिटी मैनेजर प्रताप सिंह के साथ मारपीट की और क्लब में तोड़फोड़ की। क्लब की महिला सुरक्षा गार्ड खुसमा और अन्य बाउंसरों को भी पीटा गया। मारपीट देख वहां मौजूद क्लब सदस्य कार्तिक सिंह ने हस्तक्षेप किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई।
बदमाशों ने सिक्योरिटी मैनेजर प्रताप सिंह से गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। इस बीच, प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि इस घटना में उनके भतीजे की कोई भूमिका नहीं है। एसीपी अशोक नगर बलराम चौधरी ने बताया,”संदीप मौर्य की शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पीड़ितों का मेडिकल कराया गया है।”
इस बीच, उप-निरीक्षक हेमलता शर्मा ने आईएएनएस से पुष्टि की कि वैशाली नगर पुलिस स्टेशन में एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है। हर्ष अपने दोस्तों के साथ कार्तिक सिंह के आवास पर पहुंचा और बाहर खड़ी उनकी तीन गाड़ियों की खिड़कियां तोड़ दीं।