ग्रेटर नोएडा। सेना के मेजर, जनरल से रिश्तेदारी बता कर आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजों ने चार लोगों से लाखों रुपए की ठगी की है। जालसाजों ने पीड़ितों को सेना का फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया।
जॉइनिंग स्थल पहुंचने पर पीड़ितों को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। जिसके बाद सात लोगों के खिलाफ थाना जेवर में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
ग्रेटर नोएडा के रोई ग्राम निवासी हरिओम ने पुलिस से की शिकायत में बताया कि उसने आर्मी की भर्ती में भाग लिया। लेकिन, उसका सेलेक्शन नहीं हो पाया।
इस दौरान उसकी मुलाकात दयानतपुर गांव निवासी पुनीत ने मैनागढ़ी कलंदर निवासी मनीष जादौन और अभिषेक से करवाई।
इन लोगों ने बताया कि उनकी आर्मी के मेजर जनरल से रिश्तेदारी है और वह आसानी से सेना में उनकी नौकरी लगवा सकते हैं।
सेना में नौकरी लगवाने के एवज में इन लोगों ने 8 लाख का खर्च बताया। मनीष और अभिषेक ने आर्मी भर्ती के नाम पर उनसे 8 लाख रूपये ले लिए।
गांव के ही प्रमोद, विवेक ने भी आरोपियों को नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे दे दिए।
हरिओम के मुताबिक आरोपियों ने चार लोगों को मेरठ ले जाकर मेडिकल और अन्य कार्रवाई की। जहां प्रताप सिंह राघव ने फर्जी तरीके से मेरठ कैंट में डॉक्टरी व फिंगरप्रिंट कराई तथा दिल्ली में एआरओ कैंट में मेडिकल कराया।
6 नवंबर 2020 को चारों लोगों को आरोपियों ने एआरओ मेरठ में जॉइनिंग का फर्जी लेटर दे दिया। चारों लोगों को आरोपियों ने अलग-अलग स्थान का फर्जी जॉइनिंग लेटर दिया।
जॉइनिंग लेटर लेकर जब वह अधिकारियों से मिले तो उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई।
इसके बाद उन्होंने पुनीत, मनीष यादव, दुष्यंत, शैलेंद्र उर्फ मुन्ना, अभिषेक, अमित प्रताप आदि से अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उनके साथ गाली गलौज कर मारपीट की और उन्हें कमरे में बंद कर दिया।
अवैध हथियारों का भय दिखाकर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित के मुताबिक उसने इसकी सूचना जेवर पुलिस को दी। लेकिन, पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया।
इसके बाद उसने न्यायालय में वाद दायर कर मुकदमा दर्ज किए जाने की गुहार लगाई। थाना प्रभारी ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज हुआ है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।