मुजफ्फरनगर। सीबीआई का फर्जी अधिकारी बनकर नई मंडी कोतवाली में आमद दर्ज कराने वाले आरोपी आरपीएफ के जवान के बारे में सीबीआई टीम ने पहुंचकर मंडी कोतवाली के सीसीटीवी व दस्तावेज खंगाले हैं। सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर टीम वापस लौट गई।
मेरठ जिले के मवाना थाना क्षेत्र के गांव मटौरा निवासी सुनील यादव रेलवे सुरक्षा बल में जवान है। वर्ष 2022 में सुनील यादव को सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था। वर्ष 2023 में उसे वापस अपनी तैनाती वाले स्थान पर भेज दिया था, उसके खिलाफ चार दिन पहले दिल्ली सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है। उसे दो दिन पहले सीबीआई ने मेरठ से गिरफ्तार किया था।
सीबीआई के जाली नोटिस, नकली पहचान पत्र और अन्य कागजात बरामद किए थे। बताया गया कि सीबीआई में प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद सुनील यादव तीस दिसंबर की दोपहर सीबीआई का फर्जी अधिकारी बनकर यहां नई मंडी कोतवाली पहुंचा था और कोतवाली में अपनी आमद दर्ज कराई। अपना फर्जी आई कार्ड भी दिखाया। पुलिस को बताया था कि उन्हें मंडी क्षेत्र के एक व्यापारी को नोटिस देना है।
सूत्रों के अनुसार, जमीनी विवाद में सुनील यादव ने एक व्यापारी पर समझौते का दबाव बनाया था। धमकी भी दी थी। इस बारे में सीबीआई अधिकारियों से शिकायत की गई थी, तब मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में देर शाम सीबीआई की टीम नई मंडी कोतवाली पहुुंची। टीम ने नई मंडी कोतवाली में लगे सीसीटीवी खंगाले और फुटेज से सुनील यादव के तीन दिसंबर को यहां कोतवाली पहुंचने के बारे में पुष्टि की। सीसीटीवी फुटेज लिए और दस्तावेज भी देखे। इसके बाद टीम वापस लौट गई।
सीओ मंडी रुपाली राव ने बताया कि टीम आई थी और फुटेज लेकर वापस लौट गई ।