नई दिल्ली। एग्री मंडी लाइव (एएमएल) के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) उप्पल शाह ने चीनी विपणन वर्ष 2024-25 के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का स्वागत किया है।
एग्री मंडी लाइव के सीईओ उप्पल शाह ने गुरुवार को गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 25 रुपये बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल करने का स्वागत करते हुए कहा कि यह सरकार द्वारा लिया गया अच्छा निर्णय है, जो देश में किसानों को अधिक गन्ना उगाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। दरअसल, केंद्र सरकार ने चीनी सीजन 2024-25 के लिए गन्ना पर एफआरपी बढ़ाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जो चालू चीनी विपणन वर्ष 2023-24 के लिए गन्ना एफआरपी 315 रुपये प्रति क्विंटल की तुलना में लगभग 8 फीसदी की वृद्धि है।
उप्पल शाह ने कहा कि केंद्र सरकार की योजना इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। इसके साथ ही देश को अधिशेष चीनी की जरूरत है, ताकि चीनी विपणन वर्ष 2025-26 में 20 फीसदी इथेनॉल सम्मिश्रण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिक इथेनॉल का उत्पादन किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि गन्ने की एफआरपी में इस बढ़ोतरी से यह लक्ष्य हासिल हो जाएगा। इसके अलावा चीनी मिलों के लिए भी उनके पास गन्ने की फसल की निरंतर आपूर्ति होगी, जो यह सुनिश्चित करेगी कि इथेनॉल उत्पादन अप्रभावित रहे। यह राजस्व में वृद्धि करने के साथ क्षमता उपयोग को बनाए रखेगा।
सीईओ उप्पल शाह ने कहा कि चीनी उद्योग की लंबे समय से चीनी की एमएसपी बढ़ाने की मांग चल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस पर सकारात्मक विचार करना चाहिए। शाह ने कहा कि घरेलू बाजार में चीनी की कीमतें कमजोर हो गई हैं। महाराष्ट्र में चीनी की कीमतें 33.50-34 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास है। हालांकि, राजधानी दिल्ली में इसकी कीमत 44-46 रुपये प्रति किलोग्राम है। उन्होंने आगे कहा कि यह चीनी मिलों के हित के लिए हानिकारक है। ऐसे में उन्हें सरकार से समर्थन और सहायता की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि एग्री मंडी लाइव (एएमएल) कृषि वस्तुओं में विशेषज्ञता वाला एक स्वतंत्र अनुसंधान परामर्श समूह है। ये समूह प्रमुख बाजारों के लिए अनुसंधान और मूल्य विश्लेषण मुहैया कराता है। ये सलाह के साथ-साथ ग्राहकों को बाजार में उनकी बिक्री, खरीद और हेजिंग स्थिति की रणनीति बनाने में भी मदद करता है।