नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को बताया कि चंद्रयान 3 मिशन के रोवर ‘प्रज्ञान’ ने चांद की सतह पर 8 मीटर की दूरी तय की है और उसके सारे पे लोड सही तरीके से काम कर रहे हैं। चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सुरक्षित रूप से उतरा था।
इसरो ने ‘एक्स’ पर कहा कि सभी नियोजित रोवर गतिविधियों को सत्यापित कर लिया गया है। रोवर ने लगभग आठ मीटर की दूरी सफलतापूर्वक तय कर ली है। रोवर के दो पेलोड (उपकरण) एलआईबीएस और एपीएक्सएस सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर और रोवर पर सभी उपकरण सामान्य ढंग से काम कर रहे हैं।
प्रज्ञान रोवर के दो उपकरण ‘अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर’ (एपीएक्सएस) का लक्ष्य चंद्र सतह की रासायनिक संरचना और खनिज संरचना का अध्ययन करना है। वहीं, ‘लेजर-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप’ (एलआईबीएस) चंद्रमा पर लैंडिंग स्थल के आसपास की मिट्टी और चट्टानों की मौलिक संरचना की पड़ताल के लिए है।
उधर, विक्रम लैंडर के तीन पे लोड ने भी काम करना शुरू कर दिया है। गुरुवार को इसरो ने बताया कि आईएलएसए, रंभा, और चस्ते सुचारू रूप से काम कर रहे हैं।