मेरठ । चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से बीफार्मा कोर्स चलाने की अनुमति मिल गई है। बीफार्मा की 100 सीटों पर विश्वविद्यालय जल्दी ही पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करेगा।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय में इसी सत्र से बीफार्मा का कोर्स शुरू होगा। इसके लिए सोमवार को 100 सीटों पर बीफार्मा कोर्स चलाने की फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया ने अनुमति दे दी है। विश्वविद्यालय में सत्र 2023-24 में बीफार्मा शुरू होने जा रहा है।
चरक स्कूल ऑफ़ फार्मेसी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेरठ में सत्र 2023-24 के लिए 100 सीटों पर बीफार्मा में दाखिले होंगे। जल्द ही दाखिलों के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्राइवेट विश्वविद्यालयों में बीफार्मा कोर्स चल रहा है, लेकिन सरकारी विश्वविद्यालयों में पश्चिम उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ पहला विश्वविद्यालय है, जहां पर बी फार्मा का कोर्स शुरू होने जा रहा है। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला इसके लिए लंबे समय से प्रयासों में जुटी थी।
चरक स्कूल आफ फार्मेसी के समन्वयक प्रोफेसर शैलेंद्र शर्मा ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला विश्वविद्यालय परिसर में बीफार्मा कोर्स शुरू करने के लिए अथक प्रयास कर रही थी। उन्हीं के प्रयास से सोमवार को फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने सत्र 2023-24 के लिए 100 सीटों पर दाखिले करने की अनुमति प्रदान की। इस अवसर पर कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर वीरपाल सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह, एकेडमिक डायरेक्टर प्रोफेसर संजीव शर्मा आदि ने कुलपति को बधाई दी।