देहरादून। नैनीताल जिले के ज्योलिकोट स्थित अवैध मदरसे में बच्चों के साथ हुई अमानवीय घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लेते हुए गृह सचिव को निर्देश दिया है कि प्रदेश के सभी जिलों में चल रहे मदरसों का तुरंत सत्यापन कराया जाए। जहां भी कोई अनैतिक कार्य हो रहा हो, वहां तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। गृह सचिव ने सभी जिलाधिकारी को निर्देश जारी कर दिए हैं।
दरअसल, नैनीताल के ज्योलिकोट के पास वीरभट्टी में एक अवैध मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय घटना का मामला सामने आया था। मदरसे में पढ़ने वाले किसी छात्र के परिजनों ने नैनीताल जिलाधिकारी को पत्र लिखकर छात्रों से मारपीट और दुर्व्यवहार की शिकायत की थी।
जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन की संयुक्त टीम ने रविवार को मदरसे में छापेमारी की थी। हल्द्वानी सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने पाया कि मदरसे में छात्रों को भेड़-बकरियों की तरह कमरों में रखा पाया गया था। मदरसे में बच्चों के रहने के लिए कोई उचित व्यवस्था तक नहीं थी। छात्रों को गंदा पानी पिलाया जा रहा था।
टीम को छापेमारी के दौरान रसोई में बदबूदार खाना मिला। मदरसे में 34 छात्रों का पंजीकरण है, लेकिन छापेमारी के दौरान टीम को 24 छात्र उपस्थित मिले। जबकि 10 अन्य छात्र अपने परिजनों के साथ घर पर हैं।
छात्रों ने टीम को बताया था कि मदरसा संचालक मारपीट करता था। मौलवी और उसका बेटा इब्राहिम छात्रों को अश्लील वीडियो भी टीवी पर दिखाता था। जब छात्र इसका विरोध करते थे तो उनके साथ मारपीट की जाती थी।