मुरादाबाद- उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जिला खनन अधिकारी का बाबू गुरुवार को 20 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ़्तार कर लिया गया।
आरोप है कि ख़नन मंजूरी की एवज़ में जिला खनन अधिकारी राहुल सिंह ने खनन की अनुमति की एवज़ में ग्रामीण से तीन लाख रुपये की मांग करते हुये उसे बाबू शाहरुख के पास भेजा था। बतौर एडवांस गुरुवार को 20 हज़ार रुपये लेते हुए बाबू शाहरुख पाशा को एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने सुबह रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। बरेली अदालत में शुक्रवार को आरोपी को पेश किया जाएगा।
भृष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन ब्यूरो) निरीक्षक नवल मारवाह ने बताया कि जिला ख़नन अधिकारी कार्यालय में रिश्वतखोरी की शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछा कर बाबू शाहरुख पाशा को 20 हज़ार रुपये रिश्वत लेते हुए गुरुवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी बाबू को सिविल लाइंस थाने ले जाया गया है। जहां से उसे अगले दिन बरेली अदालत में पेश किया जाएगा।
उन्होने बताया कि मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव मिलक बूजपुर निवासी मोहम्मद रफी ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन कार्यालय में संबंध में एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें बताया था कि लखनऊ पर्यावरण निदेशालय से तीन माह पूर्व अनुमति मिलने के बावजूद जिला खनन अधिकारी द्वारा लगातार टाल-मटोल की जा रही थी। आरोप है कि जिला ख़नन अधिकारी द्वारा परमिशन की एवज में तीन लाख रुपये की बात कहकर उसे अपने बाबू शाहरुख के पास भेज दिया कि पहले बाबू से जाकर मिलो।
ग्रामीण ने तंग आकर जिला खनन अधिकारी राहुल सिंह और शाहरुख की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो आफिस में की। आरोपों की प्रारंभिक जांच में पुष्टि होने के बाद एंटी करप्शन टीम ने जिला खनन अधिकारी कार्यालय के इर्द-गिर्द डेरा डाल दिया। बाबू शाहरुख पाशा को 20 हज़ार रुपये देने पर जैसे ही शाहरुख ने नोट गिनने शुरू किए तुरंत एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया।