लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुकरैल नदी की जमीन खाली कराने की मुहीम में एलडीए, सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ अपने कार्यालय पर बैठक की। अपराह्न के वक्त अधिकारियों से वार्ता समाप्त होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नदी की जमीन को लेकर आगे की कार्रवाई पर रोक लगाने के आदेश दिये। अब अबरार नगर, पंत नगर, रहीम नगर, इंद्रप्रस्थ नगर, खुर्रम नगर में चिन्हित सभी भवनों को ढहाया नहीं जायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाये जाने की सूचना मिलने के बाद पंत नगर, खुर्रम नगर में महिलाओं ने थाली बजाकर फैसले का स्वागत किया। महिलाओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम के नारे भी लगाये। महिलाओं ने खुशी से झूमते हुए सामूहिक रूप से नृत्य भी किया। वहीं मकान नहीं टूटने के फैसले का स्वागत करते हुए क्षेत्रवासियों ने भाजपा के नेताओं व मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।
मंगलवार को सुबह के वक्त अबरार नगर पहुंची एलडीए की टीम भी वापस लौट गयी है। एलडीए की ओर से अपर सचिव ज्ञानेन्द्र ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से मिले दिशा निर्देश के बाद बुलडोजर की कार्रवाई के लिए भेजी जा रही टीम को वापस बुला लिया गया है। अभी तक कुकरैल नदी की जमीन पर करीब आठ सौ मकानों को चिन्हित किया गया था। फिलहाल तोड़ने की कार्रवाई पर रोक लग गयी है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कुकरैल नदी की जमीन खाली कराने के नाम पर लोगों के मकान तोड़े जाने का विरोध किया था। दोनों पार्टियों के नेताओं ने अबरार नगर, रहीम नगर में पहुंच कर मकान टूटने की जानकारी से दुखी लोगों के दुख बांटे थे। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलने पर विरोध कर रही पार्टियों की ओर से चुप्पी साध ली है।