ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के थाना बिसरख पुलिस ने 8 महीने बाद अपहृत हुए 1 माह के बच्चे को सकुशल बरामद किया है और उसे उसकी मां को लौटाया है। बच्चा अब नौ महीने का हो चुका है। उसे उसकी मौसेरी नानी ने पैसों के लालच में अपहरण कर बेच दिया था। पुलिस इस मामले में मौसेरी नानी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। उसके बाद बच्चे और उसके खरीदार की तलाश लगातार की जा रही थी।
इस मामले में पुलिस ने अब एक महिला, एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक 11 मई 2023 को बिसरख थाने में एक महिला ने अपने 1 माह के बच्चे के चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पीड़िता की दी गई शिकायत के मुताबिक 10 मई को उसके 1 माह के बच्चे को बबीता शर्मा, जो उसकी मौसी है, वो पीड़िता के साथ ही किराये के मकान शाहबेरी में रहती थी, ने अपहरण कर लिया था। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर बच्चे को तलाश शुरू कर दी थी।
अपहृत बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए बिसरख पुलिस ने जांच तेज की और 30 नवंबर 2023 को बबीता को गिरफ्तार कर लिया। बबीता ने बताया कि वह शाहबेरी में किराये पर रहती थी। उसी मकान में शिवांगी (बरामद बच्चे की मां) भी किराये पर रहती थी। 10 मई को शिवांगी काम के लिए घर से बाहर गई थी। इसी दौरान उसने बच्चे को टीका लगवाने के बहाने घर से अपहरण करके हापुड़ की जमुना के यहां ले गई थी। जमुना उर्फ शिवानी पहले गाजियाबाद की क्रासिंग रिपब्लिक सोसाइटी में साथ काम करती थी।
जमुना ने बबीता को बताया था कि हापुड़ में एक डॉक्टर के परिचितों को एक लड़के की चाहत है। जिसके बदले में वह अच्छे पैसे दे देगें। लालच में आकर बबीता ने बच्चे का अपहरण कर उसे जमुना के पास ले गई, जिसे जमुना ने डॉक्टर की सहायता से उनके जानने वालों को बेच दिया था।
बबीता से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने हापुड़ की लज्जा कॉलोनी से अभियुक्ता जमुना उर्फ शिवानी को गिरफ्तार किया। जमुना ने पुलिस को बताया कि बबीता शर्मा मेरे पास बच्चा अपहरण करके लायी थी, जिसे मैंने डॉ. दीपक त्यागी के साथ मिलकर 2 लाख रुपये में अमरवीर को बेच दिया था।
पुलिस ने डॉ. दीपक त्यागी और अमरवीर को भी गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। अमरवीर ने पुलिस को बताया कि उसका कोई बेटा नहीं था, इस लिए उसने दो लाख रुपये में डॉ. दीपक त्यागी से बच्चा खरीदा था।