गाजियाबाद। गाजियाबाद में सिविल डिफेंस और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों, खासकर स्कूली छात्रों को आपदा की स्थिति में सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना था।
ड्रिल में विशेष रूप से हवाई हमले के दौरान बचाव के तरीके, ब्लैकआउट की स्थिति में सावधानियां और आपातकालीन तैयारी पर जोर दिया गया। मॉक ड्रिल का आयोजन शहर के विभिन्न स्कूलों में किया गया, जहां छात्रों को बताया गया कि अगर हवाई हमले का सायरन बजता है तो उन्हें कैसे अपनी सुरक्षा करनी चाहिए।
मॉक ड्रिल के दौरान स्कूल में जब खतरे का सायरन बजा तो छात्राएं और छात्र तुरंत सतर्क हो गए। उन्होंने अपनी कक्षाओं में ही टेबल-कुर्सियों के नीचे छुपकर सुरक्षा अभ्यास किया। यह अभ्यास दिखाता है कि आपदा की स्थिति में सही प्रशिक्षण जीवनरक्षक साबित हो सकता है।
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इस कार्यक्रम में गाजियाबाद के जिलाधिकारी, सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जायसवाल और एडीएम सिटी गंभीर सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि यह मॉक ड्रिल लोगों को युद्ध और आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षित रहने की रणनीति सिखाने के लिए की गई थी।
एडीएम गंभीर सिंह ने कहा कि यह अभ्यास इसलिए जरूरी है ताकि नागरिक जान सकें कि युद्ध या हवाई हमले जैसी स्थिति में कैसे स्वयं की और अपने परिवार की रक्षा की जा सकती है।”
अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे हमेशा एक छोटा इमरजेंसी किट अपने पास रखें, जिसमें ये जरूरी सामान हो,पीने का पानी,जरूरी दवाइयाँ,टॉर्च और अतिरिक्त बैटरियाँ,मोबाइल चार्जर,सूखा खाद्य पदार्थ
आज शाम को गाजियाबाद शहर में ब्लैकआउट अभ्यास भी किया जाएगा, जिसमें बत्तियाँ बंद रखकर अंधकार की स्थिति में सुरक्षा अभ्यास किया जाएगा। प्रशासन का उद्देश्य है कि नागरिक ऐसे हालात में मानसिक रूप से तैयार रहें और घबराएं नहीं।