पटना। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दलों ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर अपनी-अपनी दावेदारी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को कांग्रेस की दिल्ली में हुई बैठक में 8 से 9 सीट पर दावेदारी ठोंक दी गई है। जबकि, राजद और जदयू बड़े भाई बनने को लेकर व्यग्र हैं।
कहा जा रहा है कि जदयू जहां पिछले लोकसभा चुनाव परिणाम के आधार पर सीट बंटवारे की बात कर रही है, वहीं राजद पिछले विधानसभा चुनाव परिणाम को आधार बनाने की शर्त रख रही है।
वैसे, पिछले लोकसभा चुनाव से इस चुनाव की परिस्थितियां बदली है। जदयू पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ एनडीए में थी। उस चुनाव में एनडीए ने प्रदेश की 40 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
कांग्रेस की मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक में बिहार के नेताओं ने 8 से लेकर 10 सीटों तक दावा किया है। पिछले चुनाव में कांग्रेस नौ सीटों पर चुनाव लड़ी थी और एक सीट पर जीत दर्ज की थी।
बिहार कांग्रेस के नेताओं ने साफ कहा है कि सीट कांग्रेस अपने तरफ से तय करे। वैसे, अंदरखाने में जो चर्चा है उसके अनुसार महागठबंधन में राजद और जदयू 15 से 17 से और शेष सीटों पर अन्य दल अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
वामदलों की बात करें तो भाकपा, माकपा और भाकपा (माले) सभी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर उत्साहित हैं और तैयारी कर रहे हैं। भाकपा माले बक्सर, पाटलिपुत्र सहित कई इलाकों में कार्यकर्ता सम्मेलन कर अपनी दावेदारी सीटों पर ठोक रही है।
वामपंथी दल पिछले विधानसभा चुनाव को आधार बनाकर सीट बंटवारे को लेकर दावेदारी पेश कर रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में वामपंथी दलों ने 16 सीट पर जीत दर्ज की थी। वैसे, जिस तरह आधार बनाया जा रहा, उसमें नहीं लगता है कि महागठबंधन में सीट बंटवारा आसान होगा।