लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस माफिया को मिट्टी में मिलाने का प्रण लिया था, गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने उसे कर दिखाया। माफिया अतीक अहमद का बेटा और उमेश पाल की हत्या का मुख्य आरोपी असद अहमद और उसके प्रमुख शूटर गुलाम को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया।
एसटीएफ के इस एक्शन के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स को मुख्यमंत्री योगी का ये कथन याद आया तो लोग उनकी सराहना करने लगे। ट्विटर पर #मिट्टी-में-मिला-दूंगा ट्रेंड करने लगा। काफी समय तक यह हैशटैग नंबर 1 पर ट्रेंड करता रहा। लोगों ने इसके माध्यम से माफिया के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया और सीएम योगी के पक्ष में जमकर ट्वीट, रिट्वीट एक लाइक व शेयर किया।
#मिट्टी-में-मिला-दूंगा पर देर शाम तक 23.5 हजार लोगों ने अपने रिएक्शन दिए, जबकि 58.8 हजार लोगों का इस हैशटैग पर इंगेजमेंट रहा तो वहीं 78.6 मिलियन (7.86 करोड़) लोगों तक इसकी पोटेंशियल रीच रही।
ये हैशटैग भी होने लगे वायरल
असद और गुलाम का एनकाउंटर होने के बाद सोशल मीडिया पर कई अन्य हैशटैग भी तेजी से वायरल होने लगे। इनमें #एनकाउंटर, #अतीकअहमद, #यूपीपुलिस, #यूपीएसटीएफ, #गुड्डूमुस्लिम, #असदअहमद, #बाबा, #विकासदुबे जैसे हैशटैग पर लोगों ने खूब कमेंट किए।
इसमें जहां लोग यूपी एसटीएफ की कार्रवाई की सराहना कर रहे थे तो अतीक अहमद के गुनाहों और उसके बेटे की करतूतों की चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी की अपराधियों और माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति की भी लोगों ने दिल से सराहना की।
वायरल हो गया ’मिट्टी में मिला दूंगा…’का वीडियो
यही नहीं, उमेश पाल की हत्या के बाद सदन में मुख्यमंत्री योगी का ’मिट्टी में मिला दूंगा…’ कहते हुए वीडियो भी खूब वायरल हुआ। इस वीडियो में सीएम योगी विपक्ष के हमले का जवाब दे रहे थे। उन्होंने इसमें कहा था कि अतीक अहमद के खिलाफ पीड़ित परिवारों ने मुकदमा दर्ज कराया था। यह समाजवादी पार्टी द्वारा पोषित माफिया है। उसकी कमर तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है। फिर से कह रहा हूं, इसी हाउस में कह रहा हूं, इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।
ऐसा रहा लोगों का रिएक्शन
असद और गुलाम की एनकाउंटर में मारे जाने की फोटोज के साथ भी लोगों ने ट्वीट किए। एक यूजर ने लिखा-मिट्टी में पड़ा हुआ माफिया का बेटा और शूटर। एक अन्य यूजर ने लिखा कि योगी जी ने बोला था, हैवानों हिस्ट्रीशीटर को मिट्टी में मिला देंगे हम, पूरे देश में योगीराज मॉडल लागू किया जाए।
एक अन्य यूजर ने लिखा कि चाहे कोई कितनी ही बैटिंग कर ले, ये महाराज जी की सरकार है माफिया को मिट्टी में मिलाना जानती है। डॉ. प्राची साध्वी ने लिखा, योगी का मतलब न्याय, योगी का मतलब सुरक्षा। एक अन्य यूजर ने लिखा कि असद का एनकाउंटर उन लोगों के लिए एक सबक है जो उप्र में अपराध और हिंसा का रास्ता चुनना चाहते हैं।