गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान (गोरखपुर चिड़ियाघर) में बब्बर शेर “भरत” और शेरनी “गौरी” को बाड़े में प्रवेश कराया। इन दोनों दुर्लभ वन्यजीवों को मई माह के अंतिम सप्ताह में इटावा लायन सफारी से यहां लाया गया था। मुख्यमंत्री द्वारा इन्हें बाड़े में छोड़े जाने के बाद अब चिड़ियाघर आने वाले दर्शक बब्बर शेर की इस जोड़ी का दीदार कर सकेंगे। इनकी दहाड़ का भी रोमांच ले सकेंगे। इसके पहले दो जून को भी मुख्यमंत्री चिड़ियाघर का भ्रमण करने आए थे।
तब उन्होंने बब्बर शेर पांच साल के भरत और शेरनी सात साल की गौरी को देखने के साथ उनके बारे में जानकारी हासिल की थी। मुख्यमंत्री के साथ वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण सक्सेना भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने यहां चिड़ियाघर के निदेशक एवं डीएफओ विकास यादव से दोनों शेरों के बारे में जानकारी ली। शेर के बाड़े के पास हरिशंकरी पौध का रोपण कर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। सीएम ने यहां तैल चित्रों का भी अवलोकन किया।
चिड़ियाघर का भ्रमण करते हुए सीएम योगी गैंडों की जोड़ी हरि और गौरी के बाड़े के पास पहुंचे और अपने हाथों से दोनों को चारा खिलाया। गैंडों की यह जोड़ी मुख्यमंत्री को काफी प्रिय है और इसके पहले 2 जून को वह यहां आकर उन्हें केला खिला चुके हैं। उन्होंने चिड़ियाघर के अन्य वन्यजीवों के बाड़ों का भी अवलोकन किया। चिड़ियाघर भ्रमण के दौरान सीएम योगी ने लखीमपुर के जंगल से रेस्क्यू कर लाए गए बाघ का नामकरण किया। बाघ का नाम उन्होंने शक्ति रखा। नामकरण के बाद बाड़े के अंदर यह बाघ काफी देर तक दहाड़ता रहा। सीएम योगी ने यहां आए माध्यमिक विद्यालय के बच्चों से भी मुलाकात की।