लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान सीएम योगी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा और सांसद से लेकर पार्षद तक सभी से अभी से 2027 के चुनाव के लिए जुटने की अपील की। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में 10 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी को अभी से सक्रिय होना होगा।
लोकसभा और राज्यसभा सांसद के साथ ही विधायकगण, एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर, ब्लॉक प्रमुख, चेयरमैन और पार्षद सभी लोग आज से ही 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। हमें एक बार फिर प्रदेश में भाजपा का परचम लहराना है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर सुपर एक्टिव होना होगा और किसी भी प्रकार की अफवाहों का तत्काल खंडन करना होगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमने यूपी में 2014, 2017, 2019 और 2022 में बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए विपक्ष पर लगातार दबाव बनाए रखा था। 2014 और उसके बाद के चुनावों में जितना मत प्रतिशत भाजपा के पक्ष में था, 2024 में भी भाजपा उतना वोट पाने में सफल रही है, लेकिन वोटों की शिफ्टिंग और अति आत्मविश्वास ने हमारी अपेक्षाओं को चोट पहुंचाई है। जो विपक्ष पहले हार मान के बैठ गया था, वो आज फिर से उछल-कूद मचा रहा है। उन्होंने कहा कि 2022 में चुनाव के बाद विपक्ष मारपीट पर उतारू हो गया था। तब हमारे सभी कार्यकर्ताओं को ये लगा कि वास्तव में हमारी सरकार का माफिया मुक्त यूपी इन्हीं गुंडों के लिए है।
आज आपके सहयोग से हमें यूपी को माफिया मुक्त करने में सफलता मिली है। इसके अलावा अयोध्या में श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान हुए तो 500 वर्षों का इंतजार भी समाप्त हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को किसी भी स्थिति में बैकफुट पर आने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपने कार्य किया है। जब आप विपक्ष में थे, तब जनता के मुद्दों को लेकर लड़ते थे, जब सरकार में हैं, तो यूपी में सुरक्षा का वातावरण देखने को मिल रहा है। कभी मुहर्रम में सड़कें सूनी हो जाती थीं। आज मुहर्रम हो रहा है, ये पता भी नहीं चलता। ताजिया के नाम पर घर तोड़े जाते थे, पीपल के पेड़ काटे जाते थे, सड़कों के तार हटाए जाते थे। आज कहा जाता है कि गरीब की झोपड़ी नहीं तोड़ेंगे, तार नहीं काटे जाएंगे। हमारा स्पष्ट तौर पर निर्देश है कि पर्व और त्योहार मनाना है, तो नियमों के अंतर्गत मनाओ, वरना घर में बैठ जाओ।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूरे देश में विधि और सुशासन की सरकार चलाकर दिखाया है। कोरोना काल की चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि तब पीएम मोदी ने ‘सेवा ही संगठन’ का मंत्र दिया था। उस वक्त भी भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर जनता की सेवा कर रहे थे, अन्य कोई राजनीतिक दल तब नहीं दिखा। हम जाति, मत, मजहब के नाम पर भेदभाव नहीं करते। 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन किसी की जाति, धर्म देखकर नहीं मिल रहा। कोरोना काल में भी भूख से मौत और आत्महत्या नहीं होने दिया गया। उस कालखंड में भी हमारे कार्यकर्ता अपनी जान की परवाह किए बगैर लगातार कार्य करते रहे।
जिस कोरोना के सामने दुनिया की बड़ी-बड़ी ताकतें नतमस्तक हो गईं, उसे पीएम मोदी के नेतृत्व में समाप्त करने का कार्य हम सबने मिलकर किया। उन्होंने इन्सेफेलाइटिस का मामला सामने रखते हुए कहा कि जब जेपी नड्डा जी देश के स्वास्थ्य मंत्री बने थे तब मैं एक सांसद के नाते उनसे मिला था। इन्सेफेलाइटिस को हमारी सरकार ने प्राथमिकता पर रखा और 40 साल से ज्यादा समय से पूर्वांचल में आतंक मचाने वाली इस बीमारी को हमने जड़ से समाप्त कर दिया। आज गोरखपुर में एम्स शुरू हो गया है।
यूपी में कभी इन्फ्रास्ट्रक्चर कल्पना थी, आज कहीं जाइए आपको फोरलेन कनेक्टिविटी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नवनिर्वाचित सांसदों को उनके उज्जवल भविष्य और अच्छे कार्यकाल के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। इससे पहले सुबह के सत्र में उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का स्वागत किया और पौधरोपण भी किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के शुभारंभ से पहले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने पंडित दीन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर भी पुष्पांजलि अर्पित की।