लखनऊ: महाकुंभ की जमीन को लेकर मुस्लिम धर्मगुरु और वक्फ बोर्ड ने दावा किया है कि महाकुंभ का आयोजन वक्फ की जमीन पर हो रहा है। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ा बयान दिया है। उन्होंने संभल में मंदिर-मस्जिद विवाद पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। यह बयान सीएम योगी ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में दिया।
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सीएम योगी ने महाकुंभ की जमीन पर वक्फ बोर्ड के दावे पर कहा, “महाकुंभ की जमीन पर दावेदारी करने वाले लोग अपनी गनीमत देखो, अपनी खाल बचा लो, यही बड़ी बात होगी। जब इनका बीज भी नहीं फूटा था, हमारी कुंभ की परंपरा उससे पहले की है।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे अचंभा होता है कि यह वक्फ बोर्ड है या कोई भू-माफिया बोर्ड। यूपी सरकार एक-एक राजस्व जमीन की जांच करा रही है। जिसकी जमीन वक्फ के नाम पर कब्जाई गई होगी, एक-एक इंच जमीन हम वापस लेंगे और वहां गरीबों के लिए मकान, अस्पताल और शिक्षण संस्थान बनाया जाएगा।”
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संभल में मंदिर-मस्जिद विवाद और वर्शिप एक्ट पर सीएम योगी ने कहा, “संभल का इस्लामीकरण करने के साक्ष्य मिल रहे हैं। वहां पर पूरी तरह एक-एक चिन्ह नष्ट किए गए, सनातन धर्म की विरासत से जुड़े स्थलों में ताला बंद कर दिया गया, कुएं पाट दिए गए, बावड़ी पाटकर घर बना दिए गए। सारे सबूत मिल रहे हैं। 5000 वर्ष पहले श्रीमद्भागवत पुराण और हमारे शास्त्र इस बात का उल्लेख करते हैं कि भगवान विष्णु का 10वां अवतार कल्कि के रूप में संभल में अवतरित होगा। मैं किसी मत और मजहब के खिलाफ नहीं हूं। मैं इसका विरोधी हूं कि किसी के भी उपासना स्थल को तोड़कर जबरन अपना स्थल बनाने का प्रयास करेगा तो इसकी निंदा होनी चाहिए।”
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सीएम योगी ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा, “पुराने जख्म का इलाज होना बहुत जरूरी है। वरना कैंसर बन जाता है। फिर कितनी भी कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी आप देते रहेंगे, ठीक नहीं होगा। सर्जरी एक बार होनी है। उस सर्जरी के लिए हमें तैयार रहना होगा। फोड़ा कितना भी बड़ा क्यों न हो, एक बार सर्जरी हो जाएगी तो नए सिरे से वो आगे नहीं बढ़ेगा।”