गोरखपुर। गोरखपुर को विश्वस्तरीय नगरों की सूची में शामिल कराने की मंशा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को शहर में आवास व स्वास्थ्य सुविधाओं के नए अध्याय की शुरुआत करेंगे। उनके हाथों जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) की बहुप्रतीक्षित खोराबार टाउनशिप व मेडिसिटी की लांचिंग होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीडीए, अवस्थापना और त्वरित आर्थिक विकास निधि की 3838 करोड़ रुपये की 147 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण भी करेंगे।
खोराबार टाउनशिप व मेडिसिटी के लिए जीडीए ने खोराबार में 184.17 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया है। 109.25 एकड़ में टाउनशिप और 74.25 एकड़ में मेडिसिटी का विकास होगा। खोराबार टाउनशिप में विभिन्न श्रेणी के 692 प्लॉट, बहुमंजिला भवन के लिए ग्रुप हाउसिंग के 7 प्लॉट, ईडब्लूएस व एलआईजी के लिए एक प्लॉट की डिजाइनिंग की गई है। बहुमंजिला भवनों में अलग अलग श्रेणी के कुल 2080 फ्लैट बनेंगे। जबकि टाउनशिप में व्यावसायिक भूखंड, दुकानों, विद्यालयों, क्रीड़ास्थल व पार्कों का भी प्रस्ताव है।
उच्च स्तरीय सुविधाओं वाली होगी मेडिसिटी
जीडीए द्वारा बसाई जाने वाली मेडिसिटी उच्च स्तरीय सुविधाओं वाली होगी। मेडिसिटी में 8 बड़े भूखंड बड़े अस्पतालों व नर्सिंग होम्स के लिए होंगे। 16 भूखंड मध्यम आकार के नर्सिंग होम्स के लिए, 48 भूखंड छोटे आकार के नर्सिंग होम्स के लिए आवंटित किए जाएंगे। जबकि आयुष चिकित्सा तथा आवासीय क्लिनिक के लिए भी एक-एक भूखंड की व्यवस्था है। मेडिसिटी में होटल, व्यावसायिक, मल्टीलेवल पार्किंग, पुलिस चौकी, फायर स्टेशन हेतु भूखंड व पार्क का भी प्रावधान है।
बिना ईंट वाले भवन व बिना प्लास्टर वाले 3664 फ्लैट बनेंगे
खोराबार टाउनशिप के साथ ही जीडीए की तरफ से सीएम योगी के हाथों राप्ती नगर विस्तार रोहिणी व तारामंडल की आवसीय योजना की लांचिंग कराई जाएगी। इन योजनाओं में कुल बनने वाले 3664 फ्लैट मिवान तकनीकी से बनेंगे। इस तकनीकी से फ्लैट की कीमत 25 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। भवन निर्माण में ईंट का प्रयोग नहीं होगा। दीवारों पर प्लास्टर की भी नहीं जरूरत होगी।
यहां बनेंगे इतने फ्लैट
खोराबार
ईडब्लूएस 512
एलआईजी 512
सुपर एलआईजी 528
एमआईजी 528
तारामंडल
एचआईजी 528
सुपर एचआईजी 528
राप्तीनगर विस्तार रोहिणी
एमआईजी 528
इनका होगा शिलान्यास व लोकार्पण
– जीडीए के 9 विकास कार्यों का शिलान्यास, लागत 3731 करोड़ रुपये
– अवस्थापना के 64 कार्यों का लोकार्पण, लागत 67.37 करोड़ रुपये
– त्वरित आर्थिक विकास के 74 कार्यों का लोकार्पण, लागत 39.68 करोड़ रुपये