वाराणसी। भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे रविवार को मृत पाई गई हैं, सूत्रों का दावा है कि एक्ट्रेस ने वाराणसी स्थित सारनाथ के होटल में कथित तौर पर आत्महत्या की है। अभिनेत्री आकांक्षा दुबे का शव सोमेंद्र होटल के कमरे में फंदे से लटकता मिला। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आत्महत्या की वजह जानने की कोशिश में जुटी हुई है।
मूलरूप से भदोही जिले के चौरी थाना क्षेत्र के परसीपुर निवासी आकांक्षा दुबे भोजपुरी फिल्म की शूटिेंग में भाग लेने वाराणसी आई थी। आकांक्षा सारनाथ स्थित सोमेंद्र होटल के कमरा नंबर 105 में ठहरी हुई थी। रविवार सुबह देर तक अभिनेत्री कमरे में नहीं उठीं तो होटल कर्मियों ने नाश्ते के लिए दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई प्रतिक्रिया न होने पर होटल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों की मौजूदगी में मास्टर चाबी से मैनेजर ने दरवाजा खोला तो अभिनेत्री का शव पंखे से लटकता मिला। पुलिस टीम ने अभिनेत्री के मोबाइल सहित अन्य सामानों को अपने कब्जे में लेकर काल डिटेल के आधार पर छानबीन शुरू कर दी। युवा अभिनेत्री के आत्मघाती कदम से उनके प्रशंसक भी स्तब्ध हैं।
चर्चा है कि आकांक्षा की भोजपुरी इंडस्ट्री के एक जाने-माने गायक से नजदीकियां थीं। गायक ने हाल के दिनों में उनसे दूरियां बना ली थीं। इससे आकांक्षा तनाव में चल रही थीं। सारनाथ पुलिस इसके अलावा अन्य पहलुओं पर भी छानबीन कर रही है।
आज 26 मार्च को ही भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह के साथ उनका नया गाना रिलीज हुआ है। इस गाने का नाम आरा कभी हारा नहीं है। फैन्स के लिए विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि जिस आकांक्षा को उन्होंने आज नए गाने में देखा है, वो अब इस दुनिया में नहीं हैं। एक्ट्रेस ने ये कदम क्यों उठाया इस बारे में अभी पता नहीं चल पाया है। इस खबर के आने के बाद भोजपुरी इंडस्ट्री में शोक पसर गया है। सभी को इससे बड़ा झटका लगा है।
आकांक्षा दुबे तीन साल की उम्र में पैरेंट्स के साथ मुंबई शिफ्ट हुई थीं। उनके पैरेंट्स उन्हें आईपीएस अफसर बनाना चाहते थे, लेकिन उनका मन डांस और एक्टिंग में था। बचपन से ही उन्हें टीवी देखना पसंद था। इसी पैशन को फॉलो करने के बाद वो फिल्मी दुनिया में आई थीं। मुंबई में पढ़ाई करने के बाद आकांक्षा ने अपना करियर फिल्मों में शुरू किया था। उन्होंने बताया था कि उनकी दोस्त पुष्पांजलि पांडे ने इसमें उनकी मदद की थी।
आकांक्षा दुबे अपने परिजनों के साथ मुम्बई में रहती थीं। आकांक्षा ने अपने करियर की शुरुआत टिकटॉक और इंस्टाग्राम पर शॉर्ट वीडियो से किया था। इसके बाद उन्हें भोजपुरी फिल्म वीरों के वीर और कसम पैदा करने वाले की-2 में काम करने का अवसर मिला। इन दोनों फिल्मों से आकांक्षा की पहचान भोजपुरी फिल्म जगत में बन गई। आकांक्षा अपने बोल्ड अंदाज के लिए अक्सर सुर्खियों में रहती थीं।
आकांक्षा दुबे इंस्टाग्राम पर रील्स भी बनाती थीं। आकांक्षा के सोशल मीडिया पेज पर उनका आखिरी पोस्ट निराशा भरा रहा। आकांक्षा ने लिखा बुरी कल भी नहीं थी और अच्छी आज भी नहीं हूं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 17 साल की उम्र में आकांक्षा दुबे ने भोजपुरी सिनेमा में कदम रखा था। यहां उन्होंने डायरेक्टर आशी तिवारी के साथ कुछ फिल्मों में काम किया। हालांकि उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना भी करना पड़ा था। बताया जाता है कि साल 2018 में आकांक्षा डिप्रेशन में चली गई थीं। इसके बाद उन्होंने फिल्मी पर्दे से दूरी बना ली थी। उन्होंने कहा था कि नए आर्टिस्ट को नए जैसा ट्रीट नहीं किया जाता है। इसकी वजह से लोगों का आत्मविश्वास टूटता है।
इस आत्महत्या से भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह गहरे सदमे में हैं। अक्षरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा कर आकांक्षा को याद किया है। उन्होंने लिखा, ‘क्या लिखूं क्या कहूं अब तक समझ नहीं आ रहा। कल का तुम्हारा मैसेज कहां हो दीदी वाराणसी में…मुझे अब तक यकीन नहीं हो रहा है कि यह वही एक बहादुर लड़की है, जिसने अपने माता-पिता को उम्मीद, एक बेहतर जिदंगी देने की सोच रखी थी। लड़कियों अब भी वक्त है जागो और कुछ भी गलत करने से पहले एक बार अपने माता-पिता के बारे में जरूर सोचो।’