वाराणसी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त होने के बाद सांसद के तौर पर मिले बंगले को खाली किए जाने का नोटिस को लेकर पार्टी कार्यकर्ता उबल रहे हैं। मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के समर्थन में विरोध प्रदर्शन के बीच ’मेरा घर राहुल गांधी का घर’ मुहिम भी शुरू किया।
पार्टी के प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष प्रयागराज जोन अजय राय ने अपने घर को इस मुहिम में राहुल गांधी को समर्पित कर दिया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि एक अधिवेशन के दौरान राहुल गांधी ने उनसे (अजय राय) कहा था कि उनके नाम का कोई आवास नहीं है। ऐसे में मैंने अपने घर को राहुल गांधी के नाम करने का फैसला लिया है। मुहिम में पूर्व मंत्री अजय राय ने अपने आवास के बाहर राहुल गांधी के नाम का बोर्ड भी लगा दिया। मेरा घर-राहुल गांधी का घर लिखा बोर्ड लगाया गया है। यही नहीं अजय राय ने अपने नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा और वाराणसी के अपने घर पर कभी भी आकर रहने का आग्रह किया।
अजय राय ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी आह्वान किया कि देश को बचाने में इस मुश्किल घड़ी में सभी लोग राहुल गांधी के साथ खड़े हों। अजय राय ने कहा कि हर कार्यकर्ता राहुल गांधी बनकर लोकतंत्र की रक्षा करने को तैयार है। आनंद भवन जो अरबों की सम्पत्ति है, जिसको गांधी परिवार ने देश को समर्पित कर दिया। आज उन्हीं को घर खाली कराने का नोटिस देना भाजपा की कायरतापूर्ण हरकत है। पूरे देश में भाजपा ने लोकतंत्र को कलंकित किया है। राहुल गांधी को कायरतापूर्ण षड्यंत्र से अयोग्य घोषित किया गया। और अब घर खाली करने का नोटिस दिया गया। यह सब इसलिए क्योंकि राहुल गांधी ने अडानी महाघोटाले, महंगाई और बेरोजगारी पर सरकार से सवाल पूछ लिया था। आखिर राहुल गांधी के सवालों पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं।
अजय राय ने आरोप लगाया कि देश के लिए लहू बहाने वाले परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है। शहीद के बेटे के खिलाफ षड्यंत्र रचा गया क्योंकि वो फांसीवादी ताकतों के भ्रष्टाचार और अडानी घोटाले पर सवाल उठा रहा है। लेकिन राहुल गांधी न डरेंगे और न झुकेंगे।