लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने रविवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने भतीजे और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। माना जा रहा है कि पार्टी में अनुशासन बनाए रखने और आगामी चुनावों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
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बसपा प्रमुख मायावती ने इससे पहले भी पार्टी के नेताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दी थी और संकेत दिए थे कि अगर कोई व्यक्ति पार्टी की मूल विचारधारा से भटकेगा या पार्टी लाइन के खिलाफ जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आकाश आनंद, जो मायावती के भतीजे भी हैं, को पार्टी के भीतर मायावती के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन अचानक उन्हें सभी पदों से हटाए जाने के फैसले ने राजनीतिक विश्लेषकों को हैरान कर दिया है।
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मायावती द्वारा की गई इस कार्रवाई के कुछ ही घंटों बाद कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने बसपा कार्यकर्ताओं से कांग्रेस में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने मायावती के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में बसपा कमजोर हो रही है और अब पार्टी में दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए कोई ठोस ‘मिशन’ नहीं बचा है।
पूर्व सांसद उदित राज ने कहा, ”मायावती अपनी पार्टी को खुद खत्म कर रही हैं। उन्होंने बहुजन आंदोलन का गला घोंट दिया है और अब उनके नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं। बसपा में अब कोई भविष्य नहीं है, इसलिए मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे कांग्रेस से जुड़ें, जहां उनकी आवाज सुनी जाएगी।”
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब उदित राज ने मायावती पर हमला बोला हो। इससे पहले भी 17 फरवरी को उन्होंने लखनऊ में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ”मायावती बहुजन आंदोलन को कमजोर कर रही हैं और उनका गला घोटने का समय आ गया है।” उनके इस बयान से पहले भी बसपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी गई थी।