हैदराबाद- कांग्रेस ने एहतियाती कदम के तहत रविवार को अपने 18 विधायकों को बिहार से हैदराबाद स्थानांतरित कर दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक यह घटनाक्रम बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आया है, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अप्रत्याशित रूप से भारतीय गठबंधन से अलग होकर एनडीए में शामिल हो गए हैं।
उनके इस्तीफे और उसके बाद भाजपा के समर्थन से शपथ लेने के बाद, नीतीश के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा।
संभावित दलबदल की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने अपने विधायकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। इस रणनीति के तहत, 18 विधायकों को हैदराबाद ले जाया गया, एक विधायक अनवारुल हक निजी कारणों से बिहार में ही रह गए।
तेलंगाना कांग्रेस ने इन विधायकों के लिए इब्राहिमपटनम पार्क एवेन्यू रिसॉर्ट्स में एक विशेष शिविर स्थापित किया है, जिसकी देखरेख एआईसीसी सचिव संपत और विधायक मालरेड्डी रंगारेड्डी करते हैं। शक्ति परीक्षण से एक दिन पहले तक विधायकों के हैदराबाद में रहने की उम्मीद है।