चिनसुराह/बैरकपुर-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया समूह पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस बार के आम चुनाव में देश की सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) ‘शहजादा’ (कांग्रेस नेता राहुल गांधी) की उम्र जितनी सीटों को भी पार नहीं कर सकती है।
श्री मोदी ने हुगली से मौजूदा सांसद लॉकेट चटर्जी और सेरामपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार कबीर शंकर बोस के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कथित कुशासन और भ्रष्ट सरकार के लिए पश्चिम बंगाल में सुश्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा,“पहले तीन चरण में हुए मतदान से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा निश्चित रूप से 2024 में 400 सीटों को पार कर जाएगी। उन्होंने बंगाल के लोगों से 2024 के आम चुनाव में तृणमूल को त्यागने की अपील की।”
बैरकपुर के बाद मौजूदा सांसद अर्जुन सिंह के पक्ष में दूसरी रैली को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने तृणमूल सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल ने अपने गुंडों को राज्य भर में आतंक फैलाने के लिए छोड़ दिया है। राज्य में माताएं, बहनें और यहां तक कि बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा,“गरीब लोगों की जमीन लूटना और हड़पना, यहां तक कि युवाओं का भविष्य बेचना और उनके माता-पिता के सपनों को छीनना आजकल का चलन बन गया है।” उन्होंने कहा कि जब देश सभी क्षेत्रों में विकास कर रहा था, तब बंगाल, जो पहले देश में शीर्ष पर था, अब समाज के सभी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण सबसे निचले पायदान पर है। उन्होंने कहा कि कट मनी संस्कृति और विनाशकारी निवेश के कारण राज्य गिरावट की राह पर है।
श्री मोदी ने कहा,“तृणमूल जनविरोधी सरकार है।” उन्होंने लोगों से तृणमूल उम्मीदवारों को एक भी वोट न देने का आग्रह किया। इससे पहले बैरकपुर में कहा,“यह दृश्य बंगाल में आगामी परिवर्तन का संकेत देता है। 2019 की जीत इस बार भाजपा के लिए और भी बड़ी होने की ओर अग्रसर है।”
उन्होंने कहा,“पश्चिम बंगाल पूर्वी भारत के विकास के मोदी के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण महत्व रखता है। आजादी के बाद पांच से छह दशक तक सत्ता में मुख्य रूप से कांग्रेस परिवार ही था, लेकिन उनके शासन के दौरान पूर्वी भारत में केवल गरीबी और प्रवासन देखा गया। कांग्रेस और इंडिया समूह की पार्टियों ने पूर्वी भारत के पिछड़ेपन में योगदान दिया। वर्ष 2014 में आपने मोदी को एक अवसर सौंपा…मोदी ने पूर्वी क्षेत्र को भारत के विकास के पीछे प्रेरक शक्ति में बदलने का संकल्प लिया है।”