मेरठ । प्रदेश के चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बुधवार को मेरठ मंडल के उप संचालक चकबंदी एवं बंदोबस्त अधिकारीचकबंदी के साथ चकबंदी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान बुलंदशहर के अधिकारियों का काम संतोषजनक नहीं मिलने पर वेतन रोक दिया गया।
मंडलायुक्त सभागार में बुधवार को चकबन्दी आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने समीक्षा के दौरान कहा कि डीडीसी एवं एसओसी को रेस्टोरेशन प्रार्थना-पत्र पर ही पीठासीन अधिकारी द्वारा स्वीकृत कर दिया जाता है जबकि रेस्टोरेशन स्वीकृति स्पीकिंग आदेश अलग से पारित किए जाए। न्यायालय में विचाराधीन वादों की सुनवाई तिथि के सम्बन्ध में सीसीसीएमएस पोर्टल के माध्यम से वादकारियों एवं अधिवक्ताओं को सूचित किया जाए। चकबन्दी ग्रामों में चौपाल एवं ग्राम अदालतों का आयोजन कर वादों एवं समस्याओं का निस्तारण ग्रामीणों की उपस्थिति में कराया जाए। आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराते हुए आख्या पोर्टल पर निर्धारित अवधि के भीतर फीड कराई जाए।
समीक्षा के दौरान जनपद बुलन्दशहर में चकबन्दी की संतोषजनक प्रगति न होने पर संतोष कुमार सिंह उप संचालक चकबन्दी एवं टीकम सिंह बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी बुलन्दशहर का वेतन रोकने के आदेश दिए गए। चकबंदी आयुक्त ने कहा कि जिन ग्रामों में धारा 6 (1) के अन्तर्गत प्रस्ताव शासन को भेजा जाना है, उनका तत्काल प्रस्ताव बनाकर चकबन्दी आयुक्त कार्यालय को भेजा जाए। जो ग्राम 10 वर्ष से चकबन्दी प्रकिया के अधीन है, उनकी समीक्षा कर चकबन्दी कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर रणविजय ज्वांइट डायरेक्टर चकबन्दी, अपर जिलाधिकारी व उप संचालक चकबंदी बागपत पंकज वर्मा, एडीएम व उप संचालक चकबंदी मेरठ सूर्यकान्त त्रिपाठी, एसडीएम व बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी मेरठ संजय कुमार आदि उपस्थित रहे।