ओटावा । भारत के खिलाफ कनाडा बैकफुट पर आने के थोड़ी देर बाद ही उसके बिगड़े बोल सामने आये हैं। कनाडा ने अपने नागरिकों को ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए भारत के जम्मू और कश्मीर की यात्रा से बचने की हिदायत दी है।
इससे पहले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ड्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर दिए गए अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि उनका बयान भारत को उकसाने या तनाव बढ़ाने के लिए नहीं था। उन्होंने कहा उनके बयान का मतलब उकसाना नहीं बल्कि निज्जर की हत्या पर भारत से सहयोग मांगना था।
इसके बाद कनाडा ने अपने ट्रैवल एडवाइजरी में कहा गया है कि सुरक्षा को देखते हुए कनाडाई नागरिकों को जम्मू और कश्मीर, असम और मणिपुर की यात्रा न करें। इस एडवाइजरी में सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि इन राज्यों में आतंकवाद, उग्रवाद, अशांति और अपहरण का खतरा है।
हालांकि, कनाडा द्वारा भारत के लिए जारी की गई ट्रैवल एडवाइजरी में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को लेकर कोई निर्देश नहीं दिए हैं। कनाडा सरकार की एडवाइजरी के अनुसार, नॉर्थ ईस्ट के राज्य असम और मणिपुर में भी कनाडाई नागरिकों से नहीं जाने की अपील की गई है।
इसके अलावा पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्यों को लेकर भी निर्देश दिए हैं, जिसमें पंजाब, राजस्थान और गुजरात शामिल है। एडवाइजरी के मुताबिक, कनाडाई नागरिकों को पाकिस्तानी सीमा से सटे 10 किमी के क्षेत्र में नहीं जाने को कहा गया है।
बता दें कि खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा के पीएम ने भारत पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कनाडा की संसद में कहा था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ हो सकता है। इसकेसाथ ही कनाडा ने भारत के शीर्ष राजनयिक को भी बर्खास्त कर दिया। जिसके बाद भारत की ओर से भी एक्शन लिया गया है।