अयोध्या। राम नगरी हनुमानगढ़ी के संत महंतों की बिहार के महावीर पटना मंदिर पर दावेदारी को लेकर गुरुवार को एक बार फिर विवाद धरातल पर आ गया। अयोध्या हनुमानगढ़ी ने प्रेसवार्ता कर पटना के महावीर मंदिर पर अपना दावा ठोका है। वहीं पटना के महावीर मंदिर की देखरेख कर रहे किशोर कुणाल का कहना है कि हनुमानगढ़ी का दावा व आरोप दोनों निराधार है। धार्मिक न्यास बोर्ड में इनके द्वारा जो अपील की गई थी, उसका फैसला आने वाला है। सच्चाई सामने आ जाएगी।
हनुमानगढ़ी की ओर से नियुक्त पटना महावीर मंदिर के महंत महेंद्र दास ने आरोप लगाया कि मंदिर पर पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल ने कब्जा करके रामानंदीय परंपरा को नष्ट करने का प्रयास किया है। उन्होंने किशोर कुणाल पर मंदिर की संपत्ति से निजी संपत्ति खड़ा करने का भी आरोप लगाया।
निर्वाणी अखाड़ा के पूर्व महामंत्री महंत माधव दास ने कहा कि किशोर कुणाल की संपत्ति की जांच ईडी व सीबीआई से की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि महावीर मंदिर हनुमानगढ़ी की सपंत्ति है, सप्रेम वापस कर दें। ऐसा न होने पर हजारों की संख्या में नागा साधु पटना पहुंचकर मंदिर के सामने धरना देने को विवश हो जाएंगे।