मेरठ। मेरठ और पश्चिम यूपी के जिलों में हुई बारिश के साथ ओलावृष्टि से गेंहू की फसल को खासा नुकसान हुआ है। जिसने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीर खींच दी है। उत्तराखंड में बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार रात से हुई बारिश का सिलसिला रविवार तक जारी रहा। जिससे दिल्ली एनसीआर और पश्चिम उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। रविवार को सुबह से रुक-रुककर बारिश होती रही। मेरठ के ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। मवाना, सरधना, दौराला और हस्तिनापुर में ओलावृष्टि से किसानों की फसल को नुकसान हुआ है।
मेरठ में बारिश 5.8 मिमी दर्ज की गई। रविवार को मेरठ समेत पश्चिम यूपी के कई जिलों में बारिश के साथ तेज हवाएं चलीं।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरएस सेंगर ने बताया कि बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं, गन्ना, अरहर, चना, सरसों, मसूर और मटर की फसल को लाभ मिलेगा। लेकिन, सरसों और जौं की फसल पकने के लिए तैयार है। ओलावृष्टि के कारण फसल को नुकसान होगा। वहीं गेंहू की फसल के गिरने से दाना पतला होगा जिससे उत्पादन पर असर पड़ेगा।