नोएडा। जेवर के गांव मोहबलीपुर के रहने वाला पंकज कुमार पुत्र मांगेराम उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुआ हैं। उनकी तैनाती जनपद अमरोहा में है। उनके खिलाफ किसी ने शिकायत की थी कि वह राजपूत बिरादरी के होने के बावजूद खटीक बिरादरी का अपने आपको बता कर अनुसूचित जाति वर्ग का प्रमाण पत्र बनवा लिया हैं, तथा इसके आधार पर वह पुलिस में भर्ती हैं।
थाना जेवर के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच उपनिरीक्षक देवेंद्र कुमार को सौंपी गई। निरीक्षक ने मामले की जांच शुरू की, तथा उन्होंने इस बाबत सरल शिक्षा समिति इंटर कॉलेज जहांगीरपुर में जाकर जानकारी की तो प्रधानाचार्य ने बताया कि पंकज कुमार पुत्र मांगेराम ग्राम निवासी महाबलीपुर थाना जेवर अभिलेखों के अनुसार जाति से राजपूत हैं तथा उसके द्वारा 8 जुलाई वर्ष 2010 से 20 जून वर्ष 2014 तक स्कूल में शिक्षा ग्रहण की गई, एवं उनका स्थानांतरण प्रमाण-पत्र भी पुलिस को उपलब्ध कराया गया है। इसपर जाति हिंदू राजपूत अंकित है।
उन्होंने बताया कि उप निरीक्षक द्वारा तहसील जेवर के तहसीलदार से पत्राचार कर पंकज कुमार पुत्र मांगेराम के बारे में जानकारी मांगी गई तो लेखपाल बनी सिंह द्वारा बताया गया कि ग्राम महाबलीपुर के क्षेत्र ग्राम चाचरी
पर मेरी नई नियुक्ति वर्ष 2018 में हुई थी। गांव की ज्यादा जानकारी ना होने कारण मेरे द्वारा केवल तत्कालीन ग्राम प्रधान से जानकारी पूछताछ की गई थी। ग्राम प्रधान की गलत जानकारी व गुमराह कर फर्जी जाति प्रमाण-पत्र जारी करवा लिया। जबकि पंकज कुमार पुत्र मांगेराम जाति से राजपूत हैं, जो सामान्य जाति के अंतर्गत आता है।
उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया कि पंकज कुमार राजपूत जाति से है। जबकि उन्होंने खटीक (अनुसूचित जाति) का प्रमाण पत्र बनवा कर उसका उपयोग कर पुलिस विभाग में आरक्षित पद पर भर्ती हुआ है। थाना प्रभारी ने बताया कि इस बाबत उप निरीक्षक देवेंद्र कुमार की शिकायत पर थाने में कांस्टेबल पंकज कुमार के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।