नोएडा। एमिटी विश्वविद्यालय में कमला बहुगुणा की जन्म शताब्दी वर्ष पर आज वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वाद-विवाद का विषय ‘क्या भारत में महिलाओं को आरक्षण देने से वास्तविक समानता हासिल की जा सकती है?’ रहा।
वाद विवाद प्रतियोगिता का शुभारंभ पूर्व लोकसभा सदस्य रीता बहुगुणा जोशी, एमिटी विवि. की वाइस चांसलर डा. बलविंदर शुक्ला, स्वर्गीय कमला बहुगुणा जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के समन्वयक गणेश जाटव, एमिटी विवि. के एडिशनल प्रो. वाइस चांसलर डा. संजीव बंसल द्वारा किया गया। वाद विवाद प्रतियोगिता में 30 छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के दौरान रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि कमला बहुगुणा ने महिलाओं के उत्थान और शिक्षा के लिए कई कार्य किये और देश को आजाद कराने के लिए विभिन्न आंदोलनों में हिस्सा लिया।
उन्हांेने उस वक्त उच्च शिक्षा हासिल की जब देश में बालिकाओं की शिक्षा को अधिक महत्व नहीं दिया जाता था। उन्होंने आजादी के उपरांत चुनाव में हिस्सा लिया और महिला सांसद बनी। उन दिनों विश्वविद्यालयों में बालिकाओं की मौजूदगी अत्यंत कम थी और आज लगभग 48 प्रतिशत से अधिक बालिकायें उच्च शिक्षा में है। इसलिए यह नहीं कह सकते कि देश में विकास नही हुआ।
रीता बहुगुणा ने कहा कि आज महिलायें अर्थव्यवस्था, प्रशासन, शासन, समाज आदि में सक्रिय भागीदार बन रही है। महिलाओं में क्षमता या काबिलियत कम नहीं है, आवश्यकता केवल निष्पक्ष व समान अवसर मिलने की है जो आरक्षण से संभव है फिर आप उनकी उड़ान देखिये। उन्होंने छात्रों से कहा कि आप कल के भविष्य है इसलिए आपके विचारों की स्पष्टता आवश्यक है। आप चाहे विषय के समर्थन में बोले चाहे विरोध में किंतु अपनी बात पूरी दृढ़ता के साथ रखे।
वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि महिलाएं समाजिक, आर्थिक और राजनितिक, विधिक क्षेत्रों में किस तरह महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह जानना आवश्यक है और आरक्षण एक मुद्दा है जिस पर मत भिन्न हो सकते है किंतु इससे महिलाओं का योगदान कम नहीं आंका जा सकता। गणेश जाटव ने जानकारी देते हुए कहा कि इस वाद विवाद प्रतियोगिता कोे उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के लगभग 40 विश्वविद्यालय और संस्थानों में आयोजित किया जायेगा और हर संस्थान के विजेता को लखनऊ में आयोजित फाइनल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का अवसर प्राप्त होगा।
सभी टीमों में प्रतियोगिता के उपरांत प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेता को चुना जायेगा। इस अवसर पर निर्णायक मंडल में डा महिमा गुप्ता, डा हिमांशु गुप्ता, डा निशा मिश्रा शामिल थे। कार्यक्रम में प्रकाश अस्पताल के सीएमडी डा. वीएस चौहान, स्टूडेट वेलफेयर के डीन डा. एचपी सिंह सहित अन्य उपस्थित रहें।