नई दिल्ली। भारत और इंडोनेशिया के बीच सातवीं संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (जेडीसीसी) की बैठक 3 मई को नई दिल्ली में होगी। इस बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरमने और इंडोनेशिया के रक्षा महासचिव एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डोनी एर्मावान टौफैंटो, एमडीएस करेंगे।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, दोनों पक्ष साझा हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर अपने-अपने विचार रखेंगे। रक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में बताया कि भारत-इंडोनेशिया मित्रता को 2018 में व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया गया था। इस मित्रता ने रक्षा उद्योग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि के क्षेत्र में नए सहयोग की अनुमति देने के लिए द्विपक्षीय संबंधों का दायरा बढ़ाया है।
दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध इस बढ़ती साझेदारी के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा गतिविधियों में विविधता आई है। इनमें रक्षा सेवाओं के बीच व्यापक संपर्क, सैन्य आदान-प्रदान, उच्च-स्तरीय दौरे, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रम, संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में सहयोग, जहाज यात्राएं और द्विपक्षीय अभ्यास शामिल हैं।
भारत और इंडोनेशिया के बीच 2001 में हस्ताक्षरित रक्षा सहयोग समझौते में सहयोग के संभावित क्षेत्रों और साझा हित के मामलों का पता लगाने के लिए जेडीसीसी की स्थापना की गई थी। इसके अलावा, इन हितों को चिन्हित करने, स्वीकृत सहकारी गतिविधियों को शुरू करने, समन्वय करने, निगरानी करने और उन्हें नियंत्रित करने के लिए भी जेडीसीसी की स्थापना की गई थी।
भारत की यात्रा पर आए इंडोनेशिया के रक्षा महासचिव दो से चार मई तक यहां रहेंगे। इस दौरान वे नई दिल्ली और पुणे में भारतीय रक्षा उद्योगों के साथ भी बातचीत करेंगे।