देहरादून| पुरोला में प्रशासन और पुलिस की सख्ती के बाद महापंचायत के आयोजन पर रोक लगा दी गई है। अब सबकी नजरें देहरादून में होने वाली मुस्लिम महापंचायत पर टिकी हैं। 6 जून को पुरोला में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अन्याय होने की बात कहकर अब मुस्लिम समुदाय भी महापंचायत करने जा रहा है।
18 जून को देहरादून में मुस्लिम महापंचायत का ऐलान किया गया है। इसे लेकर गुरुवार को संगठन से जुड़े लोगों ने डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात की। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों ने हर हालत में महापंचायत करने और पुलिस की जोर-जबरदस्ती पर जेल जाने तक की बात कही है।
देहरादून में मुस्लिम सेवा संगठन ने महापंचायत करने का आह्वान किया है। 18 जून को प्रस्तावित महापंचायत के दौरान पुरोला में मुस्लिम समुदायों के साथ अन्याय होने और माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात उठाई जाएगी। इसी को लेकर मुस्लिम संगठन से जुड़े लोगों ने पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की। उन्होंने पुरोला में मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर अब तक हुई कार्रवाई के बारे में भी जानकारी ली। साथ ही पुलिस ने मुस्लिम सेवा संगठन के पदाधिकारियों को 18 जून को प्रस्तावित महापंचायत को स्थगित करने के लिए कहा है।
संगठन से जुड़े लोगों ने किसी भी हालत में महापंचायत को स्थगित करने से इनकार कर दिया है। संगठन से जुड़े लोगों ने कहा कि अगर पुलिस जोर-जबरदस्ती से महापंचायत करने से रोकती है तो वे लोग जेल भरेंगे। उन्होंने कहा कि न केवल उत्तराखंड, बल्कि देशभर के कई मुस्लिम संगठनों ने इसका समर्थन किया है। कई जगहों से लोग इसमें शामिल होने के लिए महापंचायत में पहुंचेंगे।
पुरोला में कुछ आपराधिक घटनाओं के बाद स्थानीय व्यापारियों और हिंदू संगठनों ने समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ मोर्चा खोला था। उसके बाद महापंचायत करने का फैसला लिया गया। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए पुरोला में धारा 144 लागू की, जिसके बाद यहां प्रस्तावित महापंचायत को स्थगित कर दिया गया। इस इस मामले में कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया। अब मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने देहरादून में महापंचायत करने का फैसला लिया है।