नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की परेड में दिल्ली की झांकी शामिल नहीं किए जाने को लेकर सियासत तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी ने इस पूरे मामले को लेकर प्रेस वार्ता करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। वहीं दिल्ली भाजपा सचिव बांसुरी स्वराज ने आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप को सिरे से नकार दिया है।
दिल्ली कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार से कहा है कि साजिश के तहत झांकियों के लिए भेजे गए प्रारूप को अस्वीकार कर दिया गया। इस साल भी झांकी के लिए चुने गए राज्यों में से अधिकतर भाजपा के शासन वाले राज्य हैं।
उल्लेखनीय है कि झांकियां हर साल गणतंत्र दिवस परेड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लगातार तीसरे साल दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। साल 2022 में रिजॉल्व 75, साल 2023 में नारी सशक्तिकरण और 2024 में विकसित भारत थीम के तहत झांकी भेजी गई थी।
उन्होंने आगे कहा कि झांकी के लिए टॉपिक भी केंद्र सरकार ही देती है। इस बार दिल्ली की झांकी की थीम ‘विकसित भारत’ दी गई थी। इसके तहत झांकी में दिल्ली के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक के मॉडल को दिखाया गया था। साथ ही केंद्र के सुझाव पर झांकी में बदलाव भी किए गए थे। यदि कुछ और सुझाव दिए जाते तो उसमें भी बदलाव किया जा सकता था।
भाजपा नेत्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि आम आदमी पार्टी विशेषज्ञ समिति के फैसले पर राजनीति कर रही है। विशेषज्ञ समिति सभी प्रस्तावों पर विचार कर उचित निर्णय लेती है। वैसे भी आप पार्टी के पास भ्रष्टाचार के अलावा कुछ दिखाने को नहीं है।