मुजफ्फरनगर। जिले में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। पुरकाजी के गांव अब्दुलपुर में सीआरपीएफ के जवान और जानसठ में कक्षा छह की छात्रा की मौत हो गई। दोनों जगह गम का माहौल है। स्वामी कल्याण देव जिला चिकित्सालय में बनाए गए वार्ड में प्रत्येक बेड पर मरीज है। तापमान में गिरावट के बावजूद अभी तक मरीजों की संख्या कम नहीं हुई है।
जानसठ के मोहल्ला काजियान नई बस्ती के रहने वाले दिलशाद की 11 वर्षीय पुत्री खुशनसीब कक्षा 6 में पढ़ती थी। छात्रा पिछले तीन दिन से बुखार से पीड़ित थी। परिजनों ने छात्रा को बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। रविवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने गमगीन माहौल में छात्रा के शव को सुपुर्दे खाक किया।
वहीं, पुरकाजी के गांव अब्दुलपुर निवासी मनोज कुमार (42) वर्ष 2005 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। एक साल से त्रिपुरा में तैनात थे। 16 अक्टूबर को अपनी माता के निधन के बाद वह अपने घर आए थे। इसके बाद 22 अक्टूबर को मनोज कुमार ने बुखार हो जाने पर पुरकाजी के एक प्राइवेट डॉक्टर के पास उपचार कराया। परिजनों के अनुसार डेंगू बुखार की पुष्टि होने पर उन्हें पहले मुजफ्फरनगर और फिर आनंद अस्पताल मेरठ में भर्ती कराया था। वहां पर भी तबीयत में सुधार नहीं होने पर उनकी मौत हो गई।
मेरठ से आरएएफ के कमाडेंट अपनी टीम के साथ उनके घर पहुंचे और सम्मान के साथ मनोज कुमार का अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के परिवार में उनकी पत्नी ममता, 12 वर्ष की पुत्री प्राची और 10 वर्ष का पुत्र मनीष है।