देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा में समान नगारिक संहिता (यूसीसी) पर चर्चा जारी है। बुधवार को इस चर्चा के दौरान भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस सरकार इतने वर्षों तक यह कानून नहीं ला पायी। अब जब धामी सरकार यह कानून ला रही है तो इसकी सराहना की जानी चाहिए।
भाजपा विधायक मुन्ना सिंह ने कहा कि समय की मांग है। इसे मुस्लिम बेटियां और महिलाएं पसंद कर रही हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि जो उत्तराखंड का कानून नहीं मानेगा, उसे राज्य में रहने का कोई अधिकार नहीं है। इसी चर्चा के दौरान बसपा विधायक मो. शहजाद ने कहा कि यह कानून आना चाहिए, लेकिन पूर्णरूप में आना चाहिए। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं धर्म के लिए ज्यादा जागरूक होती है।
हम सबने स्कूल में श्रीकृष्ण और श्रीराम को पढ़ा है। संविधान अपने धर्म के अनुसार जीने की इजाजत देता है। उन्होंने आशंका है कि इस बिल के आने के बाद भू्रण हत्या ज्यादा होगी और सास -बहू डंडा उठाएंगी। उन्होंने सरकार से इस स्मार्ट मदरसे खुलवाने की मांग की और कहा कि यूसीसी में संशोधन के लिए इसे प्रवर समिति को सौंपा जाए।