बहराइच- पूर्वी उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के महसी क्षेत्र में रविवार को मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव और फायरिंग की घटना में एक युवक की मौत के बाद तनाव व्याप्त हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गंभीर रुख अपनाते हुये चेतावनी दी है कि बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वाले नहीं बचेंगे। उन्होने उपद्रवियों की पहचान कर कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश दिये और धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराने को कहा।
उन्होने कहा कि सरकार सभी को सुरक्षा की गारंटी देती है। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर उपस्थित रहें। जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, उन्हें भी चिन्हित कर कार्रवाई होगी।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, घटना उस समय हुई जब जुलूस में शामिल लोगों द्वारा कुछ आपत्तिजनक नारे लगाए गए, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आक्रोशित होकर पथराव और फायरिंग की। यह घटना रविवार शाम को उस वक्त हुई जब दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने नारे लगाए. इसके बाद एक समुदाय विशेष के आक्रोशित लोगों ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी, देखते ही देखते मौके पर बवाल मच गया।
इस अप्रत्याशित हिंसा ने पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है। अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
महसी इलाके में भड़की हिंसा में राम गोपाल मिश्रा (22) घायल हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस अप्रत्याशित हिंसा ने पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है। अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
ज़िले की एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि पुलिस ने 25-30 लोगों को हिरासत में लिया है। सलमान नाम के आरोपी के घर से फायरिंग हुई थी, उसका नाम FIR में लिखा गया है। बाक़ी आरोपी अभी अज्ञात हैं, विसर्जन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. विसर्जन ख़त्म होने के बाद धरपकड़ का काम तेज किया जायेगा।
पुलिस ने कहा है कि किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद, उन्होंने सभी से संयम रखने की अपील की है।
उधर, जिला अस्पताल के सामने मृतक के शव के साथ परिजनों और अन्य लोगों ने सड़क पर बैठकर चक्का जाम कर दिया जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहराइच में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन परिजनों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष हरदी और महसी पुलिस चौकी इंचार्ज सहित आधा दर्जन पुलिस वालों को निलंबित कर दिया है
परिजनों ने मृतक को न्याय दिलाने और दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे चक्का जाम नहीं हटाएंगे। स्थानीय पुलिस और प्रशासन मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि स्थिति को नियंत्रित रखा जा सके। बहराइच के नागरिकों ने भी इस घटना पर गहरी चिंता जताई है और शांति बनाए रखने की अपील की है।
अधिकारियों ने लोगों से संयम रखने और कानून को अपने हाथ में न लेने की भी सलाह दी है। चक्का जाम के कारण यातायात प्रभावित हुआ है, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत हैं।