नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को मोरीगेट स्थित एक स्कूल में लगाए गए राहत शिविर का जायजा लेने के पत्रकार वार्ता कर हरियाणा के उस आरोप का खंड़न किया है, जिसमें कहा जा रहा है कि दिल्ली सरकार ने यमुना पुल के रखरखाव का पैसा नहीं दिया है। इस संबंध में केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने इस बारे में पता किया है। यमुना के पुल के रखरखाव का पैसा दिल्ली सरकार नहीं देती है, बल्कि एनटीपीसी देती है।
एनटीपीसी भी केंद्र सरकार के अधीन आती है। इसलिए इस बारे में एनटीपीसी ही सही बता सकती है। यमुना पुल के रखरखाव में दिल्ली सरकार की कोई भूमिका नहीं है। हरियाणा सरकार गलत बोल रही है कि दिल्ली सरकार ने पैसा नहीं है। जब से आईटीओ बैराज के पांच गेट नहीं खुलने का मुद्दा उठा है और मीडिया की सुर्खियों में आया है, तब से वे लोग कोई न कोई बहाना ढूंढ रहे हैं। लेकिन यह समय आपस में दोषारोपण का नहीं है।
सड़कों पर जमा पानी पंप से निकालने की कोशिश
आगे केजरीवाल ने जलभराव के चलते बंद सड़कों को चालू करने को लेकर कहा कि हम सड़क पर जमा पानी को पंप से निकालने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ जगहों पर जमा पानी को जल्द निकाल दिया जा रहा है, जबकि कुछ जगहों पर थोड़ा समय लग रहा है। उन्होंने कहा कि यमुना का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है और अब जलस्तर 205.9 मीटर पर आ गया है। जबकि यह 208.6 मीटर तक पहुंच गया था। जैसे-जैसे यमुना का जलस्तर नीचे जा रहा है, वैसे-वैसे आम जनजीवन समान्य होता जा रहा है।
संकट के समय पार्टीबाजी करना ठीक नहीं है
वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने जा रहे प्रभारी मंत्रियों का विरोध करने पर केजरीवाल ने कहा कि भाजपा को इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए। सबको मिलकर काम करना चाहिए। इस संकट के समय में भी अगर पार्टीबाजी करेंगे, तो यह ठीक नहीं है।
ओखला के बाद चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी चालू
वहीं मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जानकारी दी कि चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी शुरू हो गया है। यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद चंद्रवाल, ओखला और वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी भर गया था। इस वजह से दिल्ली जल बोर्ड को इन तीनों प्लांट को बंद करना पड़ा। 14 जुलाई को ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को चालू कर दिया था और अब चंद्रावल प्लांट भी रविवार को चालू कर दिया गया है। वहीं, वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा।