Tuesday, November 19, 2024

लोनी और मुरादनगर के खराब प्रदर्शन पर जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने जताई नाराजगी

गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार, कलैक्ट्रेट में जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।

 

बैठक के दौरान ओ.पी.डी. और आई.पी.डी. की क्रमिक स्थिति की समीक्षा, विभिन्न राजकीय केन्द्रों में आशाओं के द्वारा बनाये गए आभा आई.डी. की संख्या की समीक्षा, ई-संजीवनी की समीक्षा, मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रगति, जननी सुरक्षा योजना की भौतिक एवं लाभार्थियों के भुगतान की स्थिति, मंत्रा एप्प पर प्रविष्टि, मंत्रा एप्प पर लाभर्थियों के आधार सत्यापन की स्थिति, पीएमएसएमए कार्यक्रम में लाभार्थियों के निःशुल्क यूएसजी हेतु क्यूआर कोड generation & redemption की स्थिति, मातृ मृत्यु समीक्षा, परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा, नियमित टीकाकरण की समीक्षा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा, राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अन्धता निवारण कार्यक्रम, पीसी एण्ड पीएनडीटी कार्यक्रम की समीक्षा, एन.एच.एम. अंतर्गत वितीय व्यय की समीक्षा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सम्बंधित अन्य वितीय अनुमोदन आदि की आख्या रिर्पोट से अध्यक्ष महोदय को अवगत कराया गया।

 

जिलाधिकारी द्वारा आख्या रिर्पोट में पाया गया कि लोनी और मुरादनगर की आख्या रिर्पोट बेहद बेकार थी, जिस पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सभी सीएमएस व एसीएमओ को आदेशित किया जाए कि वे अपने अधीनस्थ चिकित्सकों के साथ बैठक करें और उनमें कार्य करने की प्रति ऊर्जा का संचार करें, यदि उसके उपरांत भी कार्य के प्रति लापरवाही बरतते हैं तो उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाएं, जिन अस्पतालों की खराब रिर्पोट है उनसे स्पष्टीकरण लिया जाए और भविष्य में ऐसी गलतियां ना हो उसके लिए उन्हें चेताया जाए।  जननी सुरक्षा योजना में शत-प्रतिशत भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाएं ताकि जननी को उक्त योजना का लाभा समय से प्राप्त हो सके। ईलाज के दौरान जच्चा-बच्चा की हो रही मृत्युओं की सूक्ष्मता से जांच की जाएं कि यह मौत कैसे हुई। उनकी मृत्यु से सम्बंधित आशा, रेगुलर जांच करने वाली डॉक्टर, एम्बुलेंस सेवा, चिकित्सक आदि सभी की जांच हो और यदि इनके द्वारा बरती गई लापरवाही से मृत्यु हुई हो तो उन पर विभागीय कार्यवाही की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा ना हो सके।

 

 

उन्होने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वे समय-समय पर चिकित्सकों की बैठक करते हुए उनके कार्यों में सुधार लाने हेतु प्रयासरत रहें। समिति के उपाध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित किसी भी अप्रिय घटना होने के पीछे का कारण जानते हुए उसे दूर करने की शत प्रतिशत कोशिश करें। लोनी और मुरादनगर को अपने कार्यों में सुधार की बेहद आवश्यकता है। सम्बंधित एसीएमओ उक्त क्षेत्र के अस्पतालों का औचिक निरीक्षण करना सुनिश्चित करें।

 

 

 

बैठक में समिति सदस्य सचिव मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अखिलेश मोहन व सदस्यों में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक संयुक्त जिला अस्पताल डॉ.विनोद चन्द्र पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एमएमजी जिला अस्पताल डॉ.राकेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका जिला महिला अस्पताल डॉ.अलका शर्मा, एसीएमओ डॉ.आरके गुप्ता, डॉ.अमित विक्रम, डॉ.रविन्द्र कुमार, डॉ.अनवार अंसारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी शशी वार्ष्णेय, डब्लूएचओ से डॉ.अभिषेक, यूनिसेफ से शादाब, जिला सूचना अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी/चिकित्सक/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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