जानसठ। तहसील परिसर में आयोजित किए गए संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करने के लिए पहुंचे जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के सामने फरियादियों का तांता लग गया। पुलिस और प्रशासन के दोनों आला अफसरों ने फरियादियों की शिकायतों को सुनकर अफसरों को उनके गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए।
शनिवार को जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने संयुक्त रूप से जानसठ तहसील परिसर में आयोजित किए गए संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए कस्बे और तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांव से आए फरियादियों की शिकायतों को गंभीरता पूर्वक सुना।
जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने फरियादियों की समस्याओं के त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए संबंधित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मौके पर जाकर शिकायतों की जांच करते हुए उनके शत प्रतिशत निस्तारण के निर्देश दिए।
इस अवसर पर डीएम ने संपूर्ण समाधान दिवस में मौजूद सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि संपूर्ण समाधान दिवस में आई सभी शिकायतों की मौके पर जाकर जांच करते हुए समय अवधि के भीतर उनका गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें।
उन्होंने कहा कि महिला अपराध संबंधी शिकायतों की जांच प्राथमिकता के आधार पर करते हुए संबंधित को न्याय दिलाकर अन्य के भीतर भी प्रशासन के विश्वास को उनके भीतर पैदा किया जाए। इस मौके पर जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने संपूर्ण समाधान दिवस में मौजूद सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ शिकायत लेकर पहुंचे फरियादियों को साइबर अपराध एवं साइबर ठगी के संबंध में जागरूक करते हुए साइबर अपराध से बचने के विस्तार से उपाय भी बताएं।
संपूर्ण समाधान दिवस में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महावीर सिंह फौजदार, क्षेत्राधिकारी जानसठ शकील अहमद, उप जिलाधिकारी जानसठ के अलावा पुलिस एवं राजस्व तथा अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।