शामली। अखिल भारतीय कश्यप निषाद युवा मोर्चा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधाकर कश्यप ने कहा कि 1891 से ब्रिटिश शासन काल की जनगणना में मौजूद बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की म्हार जाति को विलुप्त कर दिया गया, जिसकी तलाश के लिए जनपद पुलिस को तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज करने की मांग की गई है ।
उन्होंने कहा कि यदि गुमशुदगी दर्ज नहीं हुई तो कांवड यात्रा के बाद जिला स्तर पर महापंचायत आयोजित कर अनिश्चित कालीन आन्दोलन किया जायेगा।
रविवार को शामली नगर पालिका सभागार में अखिल भारतीय कश्यप निषाद युवा मोर्चा के अध्यक्ष सुधाकर कश्यप ने मीडिया कर्मियों से वार्ता करते हुए बताया कि गत 14 जून को शामली के आरके इंटर कालेज में आयोजित महापंचायत में समाज के खाप चौधरियों व समाज के जनप्रतिनिधियों ने सरकार से मांग की थी कि महार, तुरैहा जाति की जनसंख्या वर्ष
1891 में ब्रिटिश हुकूमत की जनगणना के अनुसार महार जाति की जनसंख्या 1,21,087 तथा तुरैहा जाति की जनसंख्या 107075 थी, जिसमें महार जाति के लोगो को शून्य कर दिया गया और तुरैहा जाति की जनसंख्या 2011 में अनुसूचित जाति की जनगणना में मात्र 28055 दर्शाई गयी है ।
उन्होंने बताया कि उपरोक्त वर्ष 1891 व वर्ष 2011 में हुई जनगणना को ध्यान में रखते हुऐ महार जाति की गुम होने की गुमशुदगी दर्ज कर कानूनी कार्यवाही कर गुम हुई जातियों को बरामद किया जाऐ लेकिन एसपी को शिकायती पत्र देने के बावजूद उनकी जाति की गुमशुदगी दर्ज नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि महार जाति बाबा साहेब भीम राव अम्बेडर की जाति है, जिसको षडयंत्र के तहत गुम किया गया है। ऐसे में यदि उनकी गुमशुदगी दर्ज नहीं होती, तो वह कांवड यात्रा के बाद जिला स्तर पर एक महापंचायत कर अनिश्चतकालीन आन्दोलन करेगे। इस अवसर पर राजेश तुराहा, सुभाष कश्यप, तान सिंह कश्यप, रामबीर, गौरव कश्यप, पवन, सुनील कश्यप, संजीव कश्यप, रामबीर मौजूद रहे।