नयी दिल्ली – राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुबह से भारी बारिश के बाद बड़े पैमाने पर जल जमाव हो गया, जिसके परिणामस्वरूप पूरे शहर में यातायात जाम हो गया। यातायात नियंत्रण कक्ष में यातायात जाम, यातायात सिग्नल की विफलता और जल जमाव के साथ-साथ पेड़ों के उखड़ने तथा सड़कों पर गड्ढों की कॉल प्राप्त हुई । शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल होने की घटनाएं सामने आईं, जिसके परिणामस्वरूप यातायात सिग्नल ने काम करना बंद कर दिया और सिग्नल वाले चौराहों पर यातायात को यातायात कर्मियों द्वारा स्वतः नियंत्रित किया गया गया।
यातायात नियंत्रण कक्ष ने सभी पुलिस उपायुक्त/यातायात, सहायक आयुक्त /यातायात और यातायात निरीक्षकों को संदेश जारी किए कि वे उन चौराहों पर यातायात का स्वतः नियमन सुनिश्चित करने के लिए अधिक से अधिक संख्या में कर्मचारियों, मोटर साइकिल और क्रेनों को क्षेत्र में जुटाएं, जहां बिजली की आपूर्ति नहीं थी, क्षतिग्रस्त हुए वाहनों एवं उखड़े हुए पेड़ों को हटाया जाए ताकि यातायात का सामान्य प्रवाह बहाल किया जा सके । इसके लिए लगभग 3450 यातायात पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था, जिन्होंने रेन कोट और गम बूट का उपयोग करके पूरी दिल्ली में यातायात को नियंत्रित किया।
यातायात नियंत्रण कक्ष के माध्यम से अन्य नागरिक एजेंसियों जैसे एनडीएमसी, पीडब्ल्यूडी, एमसीडी आदि के बागवानी विभागों के नियंत्रण कक्षों को भी आवश्यक कार्रवाई के लिए संदेश दिए गए। यातायात पुलिसकर्मियों स्थानीय संसाधनों और जनशक्ति का उपयोग करने और उचित सतर्कता और तत्परता के साथ स्थिति और कॉल पर ध्यान देने के लिए कहा गया। कुछ स्थानों पर यातायात के सुचारू संचालन के लिए कार्रवाई अभी भी जारी है और अन्य विभागों की सेवाएं भी ली जा रही हैं।