शनिवार को शुकतीर्थ में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की उपस्थिति में आयोजित ग्राम चौपाल, स्वयं सहायता समूह और युवा सम्मेलन कार्यक्रम में एक अप्रत्याशित घटना घटित हुई। भाजपा के चार पूर्व विधायक-उमेश मलिक, विक्रम सैनी, अशोक कंसल, और प्रमोद उटवाल-तथा वरिष्ठ नेता सचिन सिंघल जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और मंच पर जाने का प्रयास किया, तो उन्हें सुरक्षा अधिकारियों ने रोक दिया। नाम पूछने पर पाया गया कि उनकी सूची में नाम नहीं थे, जिसके चलते उन्हें मंच पर प्रवेश की अनुमति नहीं मिली।
इससे पूर्व विधायक नाराज हो गए और आपत्ति जताते हुए वापस लौट गए। इनमें से एक पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी ने जानबूझकर उनका नाम सूची में शामिल नहीं किया, जिससे उनका अपमान हुआ। इस मामले को वो शीर्ष नेतृत्व और मुख्यमंत्री के सामने उठाने की बात भी कर रहे हैं।
वहीं, जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के तहत जो नाम दिए गए थे, वे आवश्यक थे और अनुशासन बनाए रखना सभी का दायित्व है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस के गठबंधन से जनता का विश्वास समाप्त हो चुका है और जल्द ही लोग सपा को “समाप्तवादी पार्टी” का नारा देंगे। मौर्य ने दावा किया कि चाहे सपा हो या कांग्रेस, जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
डिप्टी सीएम ने कहा कि सपा के शासनकाल में उत्तर प्रदेश “दंगा प्रदेश, माफिया प्रदेश और गुंडा प्रदेश” बन गया था। उन्होंने राहुल गांधी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि वह एक गैर-जिम्मेदार विपक्षी नेता हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देकर 140 करोड़ भारतीयों का अपमान किया है।
आगामी उपचुनाव को लेकर मौर्य ने जीत का दावा करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार एक बार फिर से मजबूत होकर उभरेगी।