रांची| ईडी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के अलावा आलोक रंजन नामक एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। वीरेंद्र राम के कुल 24 ठिकानों पर ईडी की टीमें मंगलवार सुबह से ही छापामारी कर रही हैं।
ये ठिकाने रांची, जमशेदपुर, पटना, दिल्ली, बिहार के सीवान और हरियाणा में स्थित हैं। इस दौरान लगभग डेढ़ करोड़ के जेवरात के अलावा देश के कई शहरों में करोड़ों के निवेश के दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
ईडी सूत्रों ने कहा कि वीरेंद्र राम की आठ एसयूवी, नई दिल्ली में डिफेंस कॉलोनी स्थित चार मकानों सहित कुल छह मकानों का पता चला है। इनकी कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक है। बताया जा रहा है कि जमशेदपुर के सोनारी में फ्लैट और इसी शहर के मानगो स्थित ग्रीन वाटिका में दो डुप्लेक्स का भी पता चला है।
पटना तथा सिवान के मैरवा में करोड़ों की अवैध संपत्ति की जानकारी ईडी को मिली है। कई आपत्तिजनक दस्तावेज छापे के दौरान बरामद किये गये हैं।
बताया गया कि ईडी की टीम ने जब छापेमारी शुरू की तो वीरेंद्र राम रांची के वसुंधरा एस्टेट में अपने एक डुप्लेक्स में थे। उनके साथ आलोक रंजन नामक शख्स भी था। दोनों एक साथ चाय पी रहे थे। ईडी ने आलोक रंजन को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
झारखंड के एंटी करप्शन ब्यूरो ने वर्ष 2019 में एक जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा के मकान में छापामारी कर 2.67 करोड़ रुपए बरामद किए थे, तब आलोक रंजन उसी मकान में रहता था। यह राशि आलोक रंजन के ही कमरे से बरामद की गई थी।