नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि उसने हाल ही में दिल्ली और गुरुग्राम में अमीरा प्योर फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, करण चनाना और अन्य के 21 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया। ईडी को पता चला है कि आरोपी ने एक सहायक कंपनी के माध्यम से यूनाइटेड किंगडम में एक राजनीतिक दल को 250,000 ब्रिटिश पाउंड भेजे थे।
तलाशी के दौरान 1.01 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई।
ईडी ने कहा, खोज के दौरान आपत्तिजनक साक्ष्य एकत्र किए गए हैं, जो शेल कंपनियों, आवास प्रविष्टियों, धोखाधड़ी/स्टॉक में हेरफेर के माध्यम से ऋण राशि को डायवर्ट करने के लिए आरोपी संस्था के तौर-तरीकों को दर्शाता है।
एजेंसी ने करण ए. चनाना, उनके रिश्तेदारों, अमीरा प्योर फूड्स प्राइवेट के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर आरोपी संस्थाओं के खिलाफ जांच शुरू की। लिमिटेड और अन्य पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक गबन, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, केनरा बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के कंसोर्टियम को 1201.85 करोड़ रुपये का गलत नुकसान हुआ है।
ईडी को पता चला कि आरोपी संस्थाओं ने एक-दूसरे के साथ-साथ अन्य संबंधित संस्थाओं के साथ मिलकर वास्तविक व्यापारिक लेनदेन की आड़ में विभिन्न शेल संस्थाओं के खातों में ऋण निधि को स्थानांतरित करने के माध्यम से बैंकों के संघ द्वारा स्वीकृत ऋण निधि को अवैध रूप से डायवर्ट किया है।
ईडी ने कहा, यह भी ज्ञात था कि करण ए. चानना ने यूनाइटेड किंगडम की एक राजनीतिक पार्टी को आरोपी इकाई अमीरा प्योर फूड्स प्राइवेट लिमिटेड की एक सहायक कंपनी के माध्यम से 250,000 ब्रिटिश पाउंड का दान दिया था, जबकि आरोपी संस्था ने स्वयं ऋण चुकाने में चूक की थी और कंसोर्टियम सदस्य बैंकों द्वारा वर्ष 2016-17 में एनपीए के रूप में घोषित किया गया था।
मामले में आगे की जांच जारी है।