नोएडा। अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के बाद उसकी देशभर में बेनामी संपत्तियों को ईडी ने चिन्हित कर लिया है। बेनामी संपत्ति की कीमत करीब 100 करोड़ रुपए है। जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा की संपत्ति भी शामिल है। जो अतीक के करीबियों के नाम दर्ज हैं। राजस्व विभाग की मदद से इन संपत्तियों का सत्यापन कराया जा रहा है। मनी लांड्रिग एक्ट के तहत इन सभी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। ईडी की जांच में सामने आया कि अतीक अहमद ने वर्ष 2012 से 2017 बीच अधिकतर बेनामी संपत्तियां जुटाई थी।
आपको बता दें कि पुलिस को ऐसी डायरी मिली थी। जिसमें अतीक की संपत्तियों का विवरण था। डायरी में देश के अलग शहरों में करोड़ों रुपये के निवेश की बातें थीं। ईडी भी इन सभी संपत्तियों का पता लगा रहा है। ऐसी कई संपत्तियों की खरीद-फरोख्त के लिए फर्जी दस्तावेज भी तैयार कराए गए थे। अभी प्रयागराज, लखनऊ और नोएडा में बेनामी संपत्ति को चिह्नित किया जा रहा है। प्रयागराज में 50 करोड़ तो लखनऊ में 20 करोड़ रुपये कीमत की संपत्ति को चिह्नित किया गया है। इसी तरह नोएडा में चिह्नित संपत्ति 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की बताई गई है। राजस्व विभाग से ईडी इन तमाम संपत्तियों का सत्यापन करा रहा है। सारी जांच पूरी होने पर ईडी अवैध संपत्तियों को जब्त करेगी।
इस मामले में अतीक अहमद की ग्रेटर नोएडा समेत एनसीआर में तमाम बेनामी प्रॉपर्टी शासन द्वारा जब्त की सकती है। अतीक का एक मकान बीटा-2 थाना क्षेत्र के सेक्टर-36 में है, जो 500 मीटर का है। अतीक अहमद ने करीब 8 साल पहले यह घर खरीदा था। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से वर्ष 1994 में यह प्लॉट अलॉट हुआ था। अतीक अहमद के बेटे ने वर्ष 2015 में ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-36 में स्थित इसी मकान में रहकर एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की थी। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने सारी सूचनाएं शासन को उपलब्ध करवा दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-36 में अतीक अहमद का एक घर है। यह करीब 500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाला भूखंड है। जिस पर 2 मंजिला इमारत खड़ी हुई है। इस घर की कुर्की की जाएगी। जरूरत पड़ने पर बुलडोजर भी चलाया जा सकता है। जांच में यह भी पता चला है कि अतीक अहमद काफी बार इस मकान में आया था। उसी मकान से एनसीआर में रंगदारी और अवैध वसूली का कारोबार चलता था। इसके अलावा अगर कोई भी कारोबारी वसूली देने के लिए आता था तो वह इसी मकान में देकर जाता था।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया अतीक अहमद और उसके गुर्गों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। इलाहाबाद समेत राज्य के कई हिस्सों में अतीक अहमद के रिश्तेदारों और नजदीकी लोगों की संपत्तियों पर बुलडोजर चला है। राज्य सरकार ने अतीक अहमद और उसके गैंग की अवैध संपत्तियों को नेस्तनाबूद करना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में अतीक अहमद की राज्यभर में प्रॉपर्टी का पता लगाया जा रहा है।
एक वक्त ऐसा था जब अतीक सत्ता के शिखर पर बैठा हुआ था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय में उसका सीधा दखल हुआ करता था। उस वक्त अतीक अहमद की तूती पूरे उत्तर प्रदेश में बोल रही थी। अतीक अहमद ने नोएडा में एक ऐसी घटना को अंजाम दिया, जिसे आज तक याद किया जाता है।
अतीक अहमद ने अपना नाजायज काम करवाने के लिए नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन चेयरमैन पर न केवल दबाव बनाया बल्कि उनके घर में घुसकर उन्हें बंधक बना लिया था। बाद में यह मामला तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के सामने पहुंचा था। अमर सिंह ने अतीक अहमद को लखनऊ बुलाकर मुलायम सिंह यादव के सामने फटकार लगाई थी।