नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कई एंड्रॉइड और आईओएस यूजर्स को एक सैंपल मैसेज भेजकर ‘इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम’ का टेस्ट किया।
देश भर के यूजर्स को “इमरजेंसी अलर्ट: एक्सट्रीम” शब्दों, लाउड बीप और फ्लैश के साथ नोटिफिकेशन प्राप्त हुआ।
फ्लैश मैसेज में लिखा था, “‘यह मैसेज भारत के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक सैंपल टेस्टिंग मैसेज है। कृपया इस मैसेज पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। यह मैसेज राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे अखिल भारतीय इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम को जांचने के लिए भेजा गया है। इस सिस्टम का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है।’
इसे दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से सभी एंड्रॉइड और आईओएस फोन पर सुबह 11:30 बजे भेजा गया था।
अपने स्मार्टफोन पर अलर्ट प्राप्त करने के बाद, कई यूजर्स ने एक्स पर अपनी राय साझा की।
एक यूजर ने लिखा, “क्या किसी और को यह मिला है? यह ‘इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम’ जीवन बचाने में काफी मददगार हो सकता है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की शानदार पहल।”
सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के अनुसार, मोबाइल ऑपरेटरों और सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम की इमरजेंसी वार्निंग ब्रॉडकास्ट कैपेबिलिटी की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में नियमित आधार पर ऐसे टेस्ट किए जाएंगे।
सरकार भूकंप, सुनामी और आकस्मिक बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने में तैयारियों में सुधार के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ काम कर रही है।
देश भर में मोबाइल यूजर्स को जुलाई, अगस्त और सितंबर में इसी तरह के टेस्ट अलर्ट प्राप्त हुए थे।