इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में गैस विस्फोट के कारण एक कोयला खदान ढह जाने से सभी 12 खनिकों के मारे जाने की आशंका है। स्थानीय मीडिया ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। बलूचिस्तान के मुख्य खान निरीक्षक अब्दुल गनी बलूच ने बताया कि गुरुवार को खदान में विस्फोट मीथेन गैस के कारण हुआ था। यह विस्फोट उस समय हुआ, जब खनिक बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा के संजीदी इलाके में खदान के अंदर कोयला खोद रहे थे। खनन इंजीनियरों और अन्य बचाव कर्मचारियों की कई टीमें मलबे को हटाने का काम कर रही हैं। पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक डॉन ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान शुक्रवार दोपहर को चार खनिकों के शव बरामद किए गए। बचावकर्मियों के अनुसार, गैस विस्फोट के बाद खदान पूरी तरह से ढह गई। खदान तक जाने वाले सभी रास्ते बंद हो गए और बचाव कार्य बाधित हो गए।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि बलूचिस्तान में सभी 12 कोयला खदानकर्मियों के मारे जाने की आशंका है। प्रांत के खनन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी अब्दुल गनी बलूच के हवाले से अखबार ने कहा कि एक निजी खदान के अंदर बारह कर्मचारी थे, जब विस्फोट के बाद पूरी खदान ढह गई। बचाव दल की गति धीमी हो गई, क्योंकि वह खदान का प्रवेश द्वार नहीं खोज पाए। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में खनन दुर्घटनाएं आम बात हैं, क्योंकि खदानों में स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का पालन शायद ही कभी किया जाता है, जिसका मुख्य कारण खदानों का अनियमित और छिटपुट निरीक्षण है। इसी क्षेत्र में एक कोयला खदान में पिछले साल हुए विस्फोट में 12 मजदूरों की मौत हो गई थी और आठ अन्य घायल हो गए थे। मार्च 2024 में विस्फोट बलूचिस्तान प्रांत के हरनाई जिले में गुफा के अंदर जहरीली गैस जमा होने के कारण हुआ था। विस्फोट के समय मजदूर खदान के अंदर काम कर रहे थे और आठ और लोग, जो अपने फंसे हुए साथियों को बचाने की कोशिश में खदान में घुसे थे, वे भी फंस गए, क्योंकि पूरी खदान ढह गई।