जयपुर। हरमाड़ा नींदड आवासीय योजना को लेकर किसानों ने शुक्रवार को जयपुर विकास प्राधिकरण के नोटिसों का रावण बनाकर जलाया। इस योजना को लेकर किसानों का लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है।
गौरतलब है कि जेडीए द्वारा नींदड़ के किसानों की 1350 बीघा भूमि अवाप्त की थी। उसके बाद अवाप्त भूमि को मुक्त करवाने के लिए संघर्ष समिति के संयोजक नगेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में नींदड़ के किसान और कॉलोनीवासियों ने जेडीए के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर 2 अक्टूबर 2017 में जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था, जो कि 29 दिन चला था। इसमें किसानों ने दीपावली भी धरना स्थल पर ही मनाई थी। उसके बाद जयपुर जिला कलेक्टर, जेडीए और नींदड़ बचाओ संघर्ष समिति के बीच में समझौता हुआ था कि जेडीए ने जो जमीन अवाप्त की थी वह पुराने सर्वे सन 1972 के तहत की थी। इसमें 280 बीघा जमीन जेडीए खातेदारी व 120 बीघा जमीन मंदिर माफी की है। वहीं करीब 800 बीघा जमीन किसान सरेंडर कर चुके है।