गाजियाबाद। प्रदेश सरकार की ओर से एक अप्रैल 2023 से शुरू की गई निजी नलकूप फ्री बिजली योजना का किसान लाभ नहीं उठा रहे हैं। पीवीवीएनएल मेरठ के अंतगर्त आने वाले सभी 14 जिलों में अभी तक मात्र 31,247 किसानों ने ही अपना पंजीकरण कराया है। गाजियाबाद में मात्र 517 किसानों ने ही अभी तक पंजीकरण कराया है। गाजियाबाद में निजी नलकूप किसानों की संख्या 9,593 है। जिले में किसानों को योजना के प्रति आकर्षित करने के लिए ब्लाक स्तर पर कैंप भी लगाए गए। लेकिन इसके बाद भी किसान योजना से विमुख ही रहे।
पीवीवीएनएल के दायरे में आने वाले सभी 14 जिलों में 2.88 लाख किसान योजना के अंतर्गत आते हैं। इनमें पांच लाख से अधिक नलकूप उपभोक्ता हैं। इसके बावजूद किसानों ने योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन नहीं कराया है। अब विभाग ने फ्री बिजली योजना में पंजीकरण की तिथि 15 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है।
1 अप्रैल 2023 से किसानों के लिए मुफ्त बिजली योजना शुरू की गई थी। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को 31 मार्च 2023 से पहले का बकाया जमा करना था और पंजीकरण कराकर योजना का लाभ उठाना था।
30 जून 2024 तक योजना का लाभ लेने के लिए अंतिम मौका था। 28 जून 2024 तक मात्र 31.247 किसानों ने ही अपने निजी नलकूप योजना के लिए पंजीकरण कराए हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए निजी नलकूप किसानों को 31 मार्च 2023 तक का बकाया जमा करना था।
पश्चिमांचल के किसानों पर 1113 करोड रुपए बकाया
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सभी 14 जिलों में अभी भी नलकूप किसानों पर 1,113 करोड़ रुपये का बकाया है। इनमें मेरठ जोन में 2,115 नलकूप उपभोक्ताओं पर 1.67 करोड़ रुपये,मेरठ जोन 2 में 74,178 उपभोक्ताओं पर 86.85 करोड रुपये बकाया है। जबकि गाजियाबाद सहित अन्य जोन में कुल 5,05,338 नलकूप उपभोक्ताओं हैं इन पर 1,113 करोड़ रुपये बकाया हैं।