शामली। बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर भाकियू (अराजनीति) के पदाधिकारी ने सामने शुगर मिल की डिस्टलरी की तालाबंदी कर दी। जिससे हड़कंप मच गया। 7 दिन में गन्ना भुगतान किए जाने का आश्वासन मिलने पर ही किसान डिस्टलरी का ताला खोलने के लिए राजी हुए। किसानों ने साफ शब्दों में कहा है कि भुगतान न होने की दशा में इस बार पंचायत नहीं शुगर मिल में पूर्ण रूप से तालाबंदी की जाएगी।
आपको बता दें कि भाकियू (अराजनीतिक) द्वारा गन्ना भुगतान व अन्य समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया गया। देर शाम डीसीओ द्वारा तीनों शुगर मिलो से लगभग 60 करोड रुपए का भुगतान किए जाने के आश्वासन के बाद ही कलेक्ट्रेट से किसान धरना समाप्त के जाने के लिए राजी हुए। इसके उपरांत भाकियू के सैकड़ो पदाधिकारी बाबा राजेंद्र मलिक के नेतृत्व में अपर दोआब शुगर मिल की डिस्टलरी में पहुंचे और तालाबंदी कर दी। जिससे मिल अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
सूचना पाकर शामली के सीओ अमरदीप मौर्य कोतवाली प्रभारी संजीव भटनागर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जिनके साथ किसान नेताओं की तीखी नोक झोंक भी हुई। बाद में मिल अधिकारियों द्वारा किसान नेताओं से वार्ता की गई। मिल अधिकारियों ने किसानों को अस्वस्थ किया औऱ 7 दिन के अंदर अधिक से अधिक गन्ना भुगतान व मिल मालिक से वार्ता कराई जाएगी. किसानों ने कहा कि यदि मिल अधिकारियों का वादा झूठा रहा तो किसान इस बार महापंचायत ना करके जनपद शामली, थाना भवन, ऊन की तीनों शुगर मिलों में पूर्णतया तालाबंदी करेंगे।